उ.प्रचिरैयाकोट(मऊ)

थाना समाधान दिवस पर दिवसाधिकारी ने प्रार्थना पत्र लेने से किया इंकार

अनुज श्रीवास्तव/अवनीश सिंह
उ.प्र./चिरैयाकोट(मऊ),शासन की मंशा के अनुरुप आयोजित थाना समाधान दिवस पर उपस्थित दिवसाधिकारी द्वारा फरियादियों का प्रार्थना पत्र लेने से इंकार करने व पत्रकारों को खबर लेने से रोकने का मामला प्रकाश में आया है,जिसे लेकर पत्रकारों में रोष ब्याप्त है।

ज्ञातव्य हो कि शनिवार को चिरैयाकोट थाना में सम्पूर्ण थाना समाधान दिवस का आयोजन किया गया था, जिसमें क्षेत्र के अनेक फरियादी अपनी -अपनी समस्या का प्रार्थना पत्र लेकर पहुंचे थे, जहां उपस्थित दिवसाधिकारी हेमन्त कुमार चौधरी उपजिलाधिकारी मुहम्मदाबाद गोहना मौजूद थे।
‌‌ ‌ बताते हैं कि उसी समय क्षेत्र के पत्रकार विजय उपाध्याय ने भी अपनी शिकायत का प्रार्थना पत्र उन्हें सौंपकर अपनी बात रखना चाहा तो दिवसाधिकारी ने प्रार्थना पत्र लेने से ही इंकार कर दिया।
बताते चलें कि पत्रकार विजय उपाध्याय ने बिगत 19 जुलाई 2014 तारा देवी पत्नी स्व:अच्छेलाल उपाध्याय निवासी दरियापट्टी से अराजी संख्या 31 मौजा जोतपहाड का पंजीकृत बैनामा लिया है। जिसमें तारा देवी के देवर स्व: प्रेमचंद उपाध्याय तथा उमाशंकर उपाध्याय द्वारा अपने-अपने एक-एक पुत्र को स्व:अच्छेलाल उपाध्याय का तथाकथित पुत्र बनाकर उनकी सम्पत्ति हड़पने की नियत प्रस्तुत करने लगे।

जबकि तारा देवी के खिलाफ उपरोक्त दोनों तथाकथित पुत्रों द्वारा मुकदमा दाखिल कर दिया गया था,जो मुकदमा दीवानी न्यायालय से लेकर कई अन्य न्यायालय से भी खारिज हो गया है।

उस भूमि के सहखातेदार स्व:प्रेमचंद्र उपाध्याय के मृत्यु के‌ उपरांत उनकी पत्नी के साथ चार पुत्र व तीन पुत्रियों में से तीन पुत्रियों तथा चार पुत्रों के नाम वरासत दर्ज होनी चाहिए थी किन्तु लेखपाल द्वारा स्व: प्रेमचंद उपाध्याय की पत्नी आशादेवी और तीन पुत्र की वर्तमान में वरासत दर्ज किया गया है जो कि गलत है,क्योंकि उसमें पुत्रियों का नाम दर्शाया ही नहीं गया जबकि कानूनन उनका भी हक बनता था।
दूसरे चरण में आशादेवी, भक्तवत्सल, आंनद, अतुल उपाध्याय द्वारा गलत चौहद्दी देकर अर्चना वर्मा पत्नी फूलचंद निवासी जमीन अताउल्लाह व जगदीश यादव पुत्र पलकधारी निवासी अब्दोपुर को बैनामाकर दिया गया है।

जिसके संबंध में जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत किया गया तो उसमें लेखपाल विनोद गिरी ने बार-बार गलत तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट लगाकर भौतिक स्थित को भ्रामक बना दिया,जिसकी शिकायत करने के बाद उनके स्थान पर लेखपाल अविनाश सिंह को जांचकर रिपोर्ट लगाने को दिया गया तो उन्होंने ने भी पूर्व की सभी जांच रिपोर्टो को गलत साबित करते हुए दिलीप कुमार उपाध्याय को स्व:अच्छेलाल उपाध्याय का पुत्र बता कर जनसुनवाई पोर्टल पर रिपोर्ट लगा दिया।
उपरोक्त मामले से संबंधित प्रार्थनापत्र 14 अक्टूबर दिन शनिवार को थाना समाधान दिवस पर दिवसाधिकारी को सौंप जांचकर कार्रवाई की मांग की गई तो उन्होंने प्रार्थना पत्र लेने से इंकार कर दिया तथा वहां मौजूद पत्रकारों पर खबर न चलाने का दबाव डाला गया है।

उपजिलाधिकारी की इस कार्य प्रणाली से स्थानीय पत्रकारों में रोष व्याप्त है। पत्रकारों ने इस तरफ सरकार का ध्यानाकृष्ट कराते हुए प्रकरण की जांच कराकर दोषी जनों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने की मांग किया है।

Related Articles

Back to top button