पूर्णियाबिहार

राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मुक्त पंचायत अभियान को सार्थक रूप देने में जुटा यक्ष्मा केन्द्र

अनुज श्रीवास्तव/संजय सिंह
बिहार/पूर्णिया 30 अक्टूबर। राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी मुक्त पंचायत अभियान को सार्थक रूप देने के उद्देश्य से यक्ष्मा केंद्र पूरी तत्परता के साथ ग्रामीण स्तर पर जुटा हुआ है। इसके लिए वर्ल्ड विजन इंडिया के जिला समन्वयक अभय श्रीवास्तव, कर्नाटका हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट के जिला समन्वयक अरुणेंदु झा और रीच इंडिया के जिला समन्वयक चंदन कुमार के नेतृत्व में उनकी टीम प्रधानमंत्री के सपनों को साकार करने के लिए विभागीय स्तर पर सहयोग कर रही है।

पंचायत स्तर पर सभी की सहभागिता सुनिश्चित करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी: डॉ मिहिरकांत झा

जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ मिहिरकांत झा ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत अभियान के तहत पंचायतों का चयन किया जा चुका है। जिसमें एक हज़ार की जनसंख्या पर लगभग 50 संदिग्ध मरीजों की खोज की जाएगी। मरीज मिलने के बाद प्रतिवर्ष उस पंचायत में सहयोगी संस्थाओं के सहयोग से अभियान चलाया जाएगा। जहां दो से कम मरीज मिलने की स्थिति में उक्त पंचायत को टीबी मुक्त माना जाएगा। कार्यक्रम के दौरान रोगियों को उचित परामर्श और समुचित उपचार के साथ ही आमजनों को जागरूक किया जाएगा। अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए योजना और रणनीति तेज कर दी गई है। टीबी मुक्त पंचायत बनाने के लिए स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधियों, चिकित्साकर्मी, टीबी चैंपियन और आमजन की ओर से कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

विभागीय स्तर पर पंचायतों का हुआ चयन, चलाया जाएगा जागरूकता अभियान: डीपीएस

जिला टीबी एड्स समन्वयक राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत को लेकर वरीय टीबी पर्यवेक्षक (एसटीएस) के द्वारा जिले के डगरूआ प्रखंड के रामपुर और कोहिला, बायसी के सुगबन महानंदपुर और चोपड़ा, बैसा के नंदनिया और सीसाबाड़ी, कसबा के सब्दलपुर और कुल्लाखास, श्रीनगर के खुट्टी धुनैली और सोखा दक्षिण, बनमनखी के महादेवपुर और विशनपुरदत्त, अमौर के नितेंद्र और भवानीपुर, के नगर के गोकुलपुर और गंगेली, बी कोठी के सुकसेनापुर और अबराही, जलालगढ़ के चक और दनसार, पूर्णिया पूर्व के दिमिया और चांदी, रूपौली के मतेली खेमचंद और बसंतपुर, भवानीपुर के सुपौली और जाबे जबकि धमदाहा के राजघाट गरेली और बरडेला पंचायतों का चयन किया गया है।

टीपीटी के तहत दवा सेवन करने वाले व्यक्तियों का किया जा रहा फॉलोअप: वर्ल्ड विजन

वर्ल्ड विजन इंडिया के जिला समन्वयक अभय श्रीवास्तव ने बताया कि टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट (टीपीटी) की दवा सेवन करने वाले सैकड़ों व्यक्तियों का दीर्घकालीन फॉलोअप किया जा रहा है। ताकि आगामी 2025 तक जिले सहित राज्य और देश को टीबी मुक्त किया जा सके। जीत कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ल्ड विजन से जुड़े कर्मियों द्वारा डोर टू डोर भ्रमण कर रोगमुक्त हुए व्यक्ति और परिवार के सदस्यों के साथ बैठक कर लक्षण से संबंधित जानकारी और अनुभव लिया जा रहा है। क्योंकि जब तक ग्रामीण स्तर पर टीबी बीमारी से ठीक हुए मरीज और उनके परिवार के सदस्यों से मिलकर बीमारी से संबधित लक्षणों की जानकारी नहीं ली जाएगी तब तक प्रधानमंत्री के सपनों को साकार नहीं किया जा सकता है।

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