ग्रामीण बेटियों के सपने साकार करने पर हुआ नुक्कड़ नाटक।
अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/फुलवारी शरीफ। सर्वमंगला सांस्कृतिक मंच के साप्ताहिक नुक्कड़ नाटक की श्रृंखला में महेश चौधरी द्वारा लिखित एवं मिथिलेश कुमार पांडे द्वारा निर्देशित नाटक- “बेटियों के सपने साकार करने में सहयोग करें” की प्रस्तुति वाल्मी फुलवारी शरीफ पटना में की गई।
नाटक की शुरुआत सौरभ राज के स्वरबद्ध गीत- चल री सखी एक उड़ान भरे,खुद बदले फिर बदलाव करें लड़की होने पे मान करे…से की गई।
नाटक के माध्यम से दिखाया गया कि सरकार की ओर से शैक्षणिक,आर्थिक,सांस्कृतिक एवं सामाजिक रूप से सशक्तिकरण होने से महिलाओं में आत्मनिर्भरता और उनका मनोबल बढ़ा है, जो सुखद है। परंतु ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे व्यक्ति भी हैं जिनकी बेटी पढ़ना तो चाहती है पर कॉलेज की दूरी उनके लिए चिंता का विषय है।उसके लिए साइकिल मददगार है पर उनके माता-पिता को कोसों दूर तक साइकिल से जाना आना पसंद ना होना भी एक कारण है। लड़कियों की शिक्षा मुफ्त होने के बाद भी अन्य अतिरिक्त खर्च उनके लिए एक और रुकावट है। तमाम सुधारो के बावजूद भी माता-पिता का सहयोग नहीं मिलने के कारण ऐसी लड़कियां स्कूल-कॉलेज छोड़ने पर मजबूर होती है जिससे उनकी इच्छाओं पर बंदिश होना चिंता का विषय है। ऐसे में सुरक्षित बुनियादी ढांचा, सामाजिक समर्थन और आर्थिक मदद से ही उसकी इच्छा पूरी हो सकती है।
नाटक के कलाकार महेश चौधरी, मिथिलेश कुमार पांडे, अमन, करण, वीर, दीपमाला, अशोक कुमार श्रीवास्तव, कामेश्वर प्रसाद और सुभाष सिंह थे।