अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/खगौल। महिला काॅलेज खगौल के दर्शनशास्त्र विभाग एवं एन.एस.एस.के संयुक्त तत्वाधान में महाविद्यालय की छात्राएं नेहा,सुलेखा,सुजाता एवं खुशी ने विवेकानंद जयंती के अवसर पर उनके दार्शनिक,आध्यात्मिक, शैक्षणिक तथा अन्य विविध विचारों को प्रस्तुत किया। दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए हिंदी विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर उदय राज उदय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के अनुसार मानव सेवा ही परम धर्म है और सनातन धर्म हमें नैतिक शिक्षा देता है। दर्शनशास्त्र विभाग की सहायक प्राध्यापिका एवं इस कार्यक्रम की आयोजक डॉक्टर आराधना सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी का जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में इसलिए मनाते हैं क्योंकि उनका संपूर्ण जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत रहा है।
उनका कहना है कि पढ़ने के लिए एकाग्रता जरूरी है और एकाग्रता के लिए ज्ञान जरूरी है। विवेकानंद के यह विचार अगर विद्यार्थी अपने में आत्मसात कर ले तो विद्यार्थी कभी असफल नहीं होंगे।एनएसएस की संयोजक डॉक्टर सुमन कुमारी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारतीय दर्शन के स्वामी, बहुमुखी प्रतिभा के धनी और महान समाजसेवी थे। राजनीति विज्ञान की विभाग अध्यक्ष डॉक्टर मधु श्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के अनुसार सार्थक शिक्षा वही है जो व्यक्तित्व निर्माण, चरित्र निर्माण तथा समाज निर्माण में उपयोगी सिद्ध हो। सहायक प्राध्यापक डॉक्टर दिलीप कुमार चौधरी ने युवाओं को सर्वाधिक ऊर्जावान बताते हुए देश का भविष्य बताया। कार्यक्रम में सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे।