अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/पटना। एक ऐसी बीमारी जो आज हर किसी को अपने आगोश में ले रही है। हर दस में से चार लोगों को इस बिमारी ने जकड़ लिया है । डाइबिटीज जिसे साइलेंट किलर कहा जाता है हर एक घंटे में एक डाइबिटीज से पीड़ित लोगों की मौत होती है और उसी एक घंटे में डाइबिटीज से लोग पीड़ित होते हैं । आंकड़े की बात करें तो आज पुरे विश्व में चालीस मिलीयन लोग डाइबिटीज से पीड़ित हैं । भारत की बात करें तो चौदह करोड़ लोग डाइबिटीज से पीड़ित हैं और इससे दुगने लोग डाइबिटीज होने के कगार पर है । ऐसे में इससे बचने का एक ही उपाय है मात्र जागरूकता। उक्त बातें आस्था फाऊंडेशन द्वारा चलाए जा रहे वाक् फार लाइफ मुहिम के तहत विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मशहूर फिजिशियन डॉ दिवाकर तेजसवी ने कही । मशहूर डाइटिशियन चेतन कुमार ने कहा कि अगर आप डाइबिटीज से पीड़ित हो गये हैं तो सबसे जरूरी है अपने डाइट को नियंत्रित करना। डाइट पर नियंत्रण कर आप अपने सुगर को नियंत्रित कर सकते हैं। आस्था फाऊंडेशन के सचिव पुरुषोत्तम सिंह ने कहा कि आस्था फाउंडेशन लगातार भीड़भाड़ वाले इलाके में जाकर लोगों को वाक् फार लाइफ मुहिम के तहत डाइबिटीज के प्रति जागरूक कर रही है । कार्यक्रम का आयोजन भीड़भाड़ वाले इलाके मैरिन ड्राइव में किया गया था। लोगों को कार्यक्रम से जोड़ने के लिए मशहूर सिंगर कुमार संभव और मनोज कुमार ने अपनी गायिकी से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम संयोजक संजीव कर्ण की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।