अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/पटना। शनिवार को पटना के कमलदह मंदिर में जैन धर्मावलंबियों ने बारहवें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य का जन्म एवं तप कल्याणक श्रद्धापूर्वक भक्तिमय तरीके से मनाया।श्रद्धालुओं ने भगवान का अभिषेक किया तथा शांतिधारा की। तत्पश्चात अष्ट द्रव्यों से पूजा आराधना कर कल्याणक दिवस का अर्ध्य चढ़ाया। आज की पूजा में बिहार स्टेट दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी के सचिव पराग जैन सहित सोनू कुमार जैन, अतुल जैन, राहुल जैन, आर्यन जैन,आदित्य जैन, आरव जैन,पवन कुमार जैन, संजीव जैन, श्रीकांत जैन, शुभम जैन, मोनू जैन सहित काफी अधिक संख्या में श्रद्धालुओं भाग लिया।
आज भगवान वासुपूज्य के जन्म एवं तप स्थली मन्दरगिरी में भी श्रद्धालुओं ने जन्म तप कल्याणक की पूजा काफी अधिक संख्या में की। मौके पर पटना जैन संघ के मीडिया सचिव एम पी जैन ने बताया कि जैन धर्म के बारहवें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य का जन्म, तप एवं निर्वाण स्थली बिहार की मंदारगिरी, बौंसी, बांका है। जैन धर्म मे तीर्थंकरों के पांच कल्याणक होते हैं जिनमे भगवान बसुपूज्य का तीन कल्याणक बिहार में हुआ है। भगवान बासुपूज्य बाल ब्रह्मचारी थे। इनके पिता का नाम राजा बसुपूज्य तथा माता का नाम जया देवी था। इनके माता पिता इनका विवाह करना चाहते थे लेकिन इन्होंने मना कर दिया। इन्होंने राजगद्दी पर बैठने से इनकार कर दिया तथा सांसारिक जीवन त्याग कर जैन धर्म की दीक्षा ले ली।