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पारस एचएमआरआई में ईबस (एंडोब्रोंकाइल अल्ट्रासाउंड) के द्वारा लाइव केस का हुआ प्रदर्शन,

बिहार पल्मोनरी कॉन्फ्रेंस"बिपकॉन-2023" में नई तकनीकों पर हुई चर्चा

अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/पटना। पारस एचएमआरआई, पटना के पल्मोनरी मेडिसीन विभाग और मधुकर क्लिनिक एंड लंग हॉस्पिटल पटना की ओर से पटना में 4 नवम्बर को बिहार पल्मोनरी कॉन्फ्रेंस “बिपकॉन 2023” का आयोजन किया गया। इंडियन चेस्ट सोसाइटी के बिहार चैप्टर के तत्वावधान में आयोजित इस दो दिवसीय कांफ्रेंस के पहले दिन शनिवार को पारस एचएमआरआई के परिसर में वर्कशॉप का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के आयोजक व संयोजक सचिव डॉ. प्रकाश सिन्हा एंव डॉ. एस के मधुकर ने बताया कि इस कांफ्रेंस में देशभर के 500 से ज्यादा छाती से संबंधित रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने हिस्सा लिया। इसमें महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के अलावा अन्य राज्यों के डॉक्टर शामिल थे। कांफ्रेंस में छाती से सम्बंधित बीमारियों के इलाज में देशभर में हो रहे नवाचार और नई तकनीकों के उपयोग के विषय में गहन चर्चा की गयी। इस तरह के कांफ्रेंस से बीमारियों का बेहतर इलाज करने में मदद मिलती है। डॉक्टर्स बीमारी के इलाज के लिए इस्तेमाल किए गए पद्धति, तकनीक, सामने आए चैलेंज और समाधान पर बात करते हैं। इसका सीधा फायदा मरीजों को मिलता है।
पारस एचएमआरआई के परिसर में आयोजित वर्कशॉप में दो विशेषज्ञ डॉक्टरों ने ईबस (एंडोब्रोंकाइल अल्ट्रासाउंड) के द्वारा लाइव केस का प्रदर्शन किया और नई तकनीकों के बारे में बताया।
वहीं पारस हेल्थ के जोनल डायरेक्टर डॉ. विक्रम सिंह चौहान ने इस तरह के राष्ट्रीय कांफ्रेंस का प्रमुख हिस्सा पारस एचएमआरआई में होने पर हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह घटनाक्रम पारस एचएमआरआई की उपयोगिता और उसके द्वारा फॉलो किए जा रहे राष्ट्रीय स्तर के मानक को दर्शाता है। हमलोग हर दम प्रयास करते रहेंगे कि इस स्तर को और ऊंचाई दें।

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