अनुज श्रीवास्तव/संजय सिंह
बिहार/पूर्णिया | शहर के रामबाग मुहल्ला के अवकाश प्राप्त शिक्षक रामप्रसाद सिंह का निधन 18 अक्टूबर बुद्धवार को पटना के एम्स में इलाज के दौरान हो गया। वृहस्पतिवार के सुबह उनका पार्थिव शरीर एम्बुलेंस से रामबाग-पूर्णियां लाया गया। पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मुहल्ले के श्री भूपेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि रामप्रसाद सिंह बहुत ही अच्छे सामाजिक और धार्मिक व्यक्ति थे। वे ब्रह्मस्थान सह काली मंदिर न्यास समिति के सम्मानित सदस्य भी थे। उनका जाना समाज के लिए अपूर्णीय क्षती है। दर्शन के पहुंचे पूर्व वार्ड पार्षद आशीष पोद्दार ने कहा कि सिंह हमारे अभिभावक तुल्य थे । हमें हमेशा उनका मार्गदर्शन मिलता रहता था। उनका आकस्मिक निधन मेरे लिए दुखदाई और अपूर्णीय क्षती है । श्री रामप्रसाद सिंह मूल रूप से इस्माईलपुर दीरा नवगछिया के रहने वाले थे। उन्होंने अपने भरे-पूरे परिवार को छोड़कर स्वर्ग सिधार गए। वे अपने पीछे दो पुत्र रत्नेश और ब्रजेश तथा चार पुत्री को छोड़ गए। उनकी धर्मपरायण पत्नी श्रीमती चंदा देवी का रो रो कर बुरा हाल है। इनका अंतिम दाह संस्कार मनिहारी गंगा घाट पर सैकड़ों सुभचिन्तकों एवं परिवार के लोगों की उपस्थिति में वैदिक विधि विधान पूर्वक सम्पन्न किया गया। मुखाग्नि उनके ज्येष्ठ पुत्र श्री रत्नेश ने दिया।उनके प्रति संवेदना प्रकट करने एवं श्रद्धांजलि देने वाले में विहिप जिला अध्यक्ष श्री पवन कुमार पोद्दार, पूर्व वार्ड पार्षद श्री आशीष पोद्दार, श्री भूपेन्द्र प्रसाद यादव,शिव विश्वास, बिन्दु राम, श्याम चौधरी,राजकुमार चौधरी, अजय पंडित, राजेश वर्मा, पिंटू, प्रदीप कुमार, मुरली धर सिंह,राम शर्मा प्रमुख हैं।