अनुज श्रीवास्तव/अवनीश सिंह
उ.प्र./गाजीपुर। वाराणसी से होकर गाजीपुर होती हुई गोरखपुर तक अनेक रोडवेज बेसों का संचालन प्रतिदिन होता है जो बसें बनारस से गाजीपुर एवं गाजीपुर से बनारस जाते वक्त नंदगंज से होकर जाती है।सबसे बड़ी समस्या यह है कि यह रोडवेज बसें नंदगंज बाजार को छोड़कर बाईपास से ही निकल जाती है जबकि रोडवेज बस का स्टॉपेज नन्दगंज बाजार में है किंतु यह रोडवेज की बसें अपने स्टाप से न होकर बाईपास होकर निकलती है।और बस के कंडक्टर और ड्राइवर बाईपास पर ही यात्रियों को उतारते और चढ़ाते हैं।जिससे एक समस्या यह पैदा हो जाती है कि यात्रियों को नंदगंज बाजार में आने के लिए अतिरिक्त खर्च लगाना पड़ता है।समस्या तो तब और जटिल हो जाती है जब यात्रियों के साथ कोई बृध्द या महिला या बच्चे और कुछ सामान हो।इस वजह से रोडवेज बस के ड्राइवर,कंडक्टर से बस यात्रियों की रोजाना किच-किच होती रहती है।यात्रियों ने कहा कि जब आदेश है कि रोडवेज बस को नंदगंज बाजार के अंदर से ले जाया जाए ताकि यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े तो यह बस के ड्राइवर और कंडक्टर इस आदेश की धज्जियां कैसे उड़ा रहे हैं?इनकी अपनी मनमाना हरकतों की वजह से रोडवेज बस की तरफ से लोगों का रुझान धीरे-धीरे कम होने लगा है।लोग सोचते हैं की कौन मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक परेशानियों का सामना करे। इसलिए लोग प्राइवेट बसों का ही सहारा लेना पसंद कर रहे हैं। नंदगंज आसपास क्षेत्र के लोगों ने रोडवेज बस के उच्च अधिकारियों का ध्यान इस तरफ आकर्षित करते हुए तत्काल बस कंडक्टर और ड्राइवर की मनमानी पर अंकुश लगाने की मांग की ताकि यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।अब देखना है की रोडवेज बस के उच्च अधिकारी यात्रियों की समस्याओं का किस तरह से निराकरण करते हैं।