अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/पटना। मंगलवार को हिट एंड रन कानून के विरोध में 16 एवं 17 फरवरी के देशव्यापी हड़ताल को लेकर पटना मे ऑटो,ई रिक्शा,ओला उबर कैब,मिनी बस एसोशिएसन की संयुक्त बैठक मुर्तजा अली की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में सभी नेताओं ने हिट एंड रन कानून को चालकों के लिए मौत का फरमान मानते हुए कहा कि कोई भी चालक जान-बूझकर दुर्घटना नहीं करता है। दुर्घटना एक अनहोनी है जो कभी भी किसी के साथ घट सकता है। परंतु एक अनहोनी के लिए चालक एवं उसके परिवार को जानबूझकर मौत के हवाले करना कहीं से न्याय संगत नहीं है। चालक अगर चाहकर भी घायल को अस्पताल पहुंचाना चाहेगा तो क्रोधित भीड़ उसे मौत के हवाले कर देगी और अगर नहीं पहुंचाया तो कानून उसे 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए जुर्माना वसुलेगा। नागरिकों के सुरक्षा के लिए कानून बनाना अच्छी बात है मगर चालक भी नागरिक है और देश की अर्थव्यवस्था में उनका अहम योगदान है। परन्तु सरकार चालकों के कल्याण के लिए आज तक कोई कानून क्यों नहीं बना पाई। सरकार के इस कठोर नियम से बहुत सारे चालक गाड़ी चलाना छोड़ देंगे।बैठक में 15 फरवरी से होने वाले दसवीं की परीक्षा को लेकर भी गंभीर चर्चा हुई और सर्वसम्मति से परीक्षार्थियों के भविष्य को देखते हुए सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया कि जो भी ऑटो रिक्शा, ई रिक्शा, मोटरसाईकिल परीक्षार्थियों को लेकर जाएगा उसे आंदोलन से मुक्त रखा जाएगा। परन्तु शर्त ये है कि वैसे चालक को अपने दाहिने हाथ पर विरोध स्वरूप काला कपड़ा लगाना होगा और सिर्फ परीक्षार्थी को सेंटर पर पहुंचा कर वहीं रुककर उन्हें वापस घर तक छोड़ दें। उक्त दिन आम पैसेंजर को बैठाकर परिचालन न करें। बैठक में बिहार राज्य ऑटो रिक्शा (टेंपू) चालक संघ से मुर्तजा अली,बिहार स्टेट ऑटो चालक संघ से राजकुमार झा,पटना जिला ऑटो रिक्शा चालक संघ से पप्पु यादव, देवेंद्र तिवारी, बिजली प्रसाद, बिहार राज्य ऑटो चालक संचालक संघ से चंद्रभूषण श्रीवास्तव,बिहार राज्य ई रिक्शा चालक संघ से राजदेव पासवान,पटना जिला ई रिक्शा चालक संघ से हिमांशु कुमार, मनोज कुमार, पटना कैब यूनियन से शिवशंकर शर्मा, नगर बस सेवा से देवेन्द्र यादव,मिनी बस एसोशिएसन से सुनील कुमार उपस्थित थे। गौरतलब है कि 16 फरवरी को पूरे देश में सभी ट्रेड यूनियनों के द्वारा हड़ताल का आह्वान है।