अवनीश सिंह
गाजीपुर/उत्तर प्रदेश अभी सैदपुर तहसील का चाय नाश्ता का मामला ठंडा पड़ा ही नहीं था कि शकील बाबू ने एक नए कारनामे को अंजाम दे दिया।हुआ यू था कि 31 जुलाई को जिला अधिकारी गाजीपुर आर्यका अखौरी का सैदपुर तहसील पर निरीक्षण का कार्यक्रम था।जैसे ही सैदपुर तहसील के पूर्व बाबू शकील अहमद को इस बात की भनक लगी कि डीएम साहिबा का सैदपुर तहसील पर निरीक्षण का कार्यक्रम है।शकील अहमद उसी दिन तड़के सुबह सैदपुर तहसील पर पहुंचा।तहसीलदार ऑफिस पर रहे गार्ड को इन्होंने चाय लाने के लिए भेज दिया।इसके बाद तहसीलदार ऑफिस के आलमारी से इसने कुछ रजिस्टर गायब कर दिया और वह रजिस्टर लेकर चला गया।जब मैडम तहसील ऑफिस पर पहुंची और रजिस्टर खोजी जाने लगी तब रजिस्टर आलमारी से गायब मिला।जब सीसीटीवी कैमरे से देखा गया तो शकील बाबू को अलमारी खोलकर उसी दिन में रजिस्टर निकालते हुए तथा लेकर जाते हुए देखा गया। इस मामले का संज्ञान लेकर शनिवार 3 अगस्त को शकील बाबू पर रजिस्टर और अन्य पत्रावलियां गायब करने का मुक़दमा दर्ज कराया गया।जब इस मामले पर सैदपुर तहसीलदार देवेंद्र यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शकील बाबू तड़के सुबह आए और आलमारी से रजिस्टर निकाल कर लेकर चले गए।इस संबंध में एफआईआर दर्ज करा दिया गया है।उन्होंने बताया कि अब किसी भी हालत में शकील बाबू बच नहीं पाएंगे।अब देखना यह है की सैदपुर तहसील का यह बाबू जो की सैदपुर तहसील के लिए नटवरलाल बना हुआ है किस तरीके से सैदपुर तहसील के अधिकारी इससे निपटते हैं।बताया जाता है की 2021 में भी इस बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार के तहत कुछ मुकदमे दर्ज कराए गए थे जिसमें उसके ऊपर सस्पेंशन जैसे कुछ कार्रवाई की गई थी। हालांकि बाद में यह कोर्ट से बहाल हो गया और फिर अपने पुराने कारनामे में लिप्त हो गया। अभी हाल ही के दिनों में इसने सैदपुर तहसील में अधिकारियों के चाय नाश्ते के नाम पर चेक के माध्यम से बड़े-बड़े रकम चाय के दुकान वालों को देखकर भुनाया था। इस चाय नाश्ते के लिए लगभग कुल 20 लाख का गबन इस बाबू ने किया है।अभी यह मामला चल ही रहा था कि सैदपुर तहसील से रजिस्टर गायब करने का भी मामला संज्ञान में आया है। वर्तमान में इस बाबू का स्थानांतरण सेवराईं तहसील पर कर दिया गया है। अब देखना यह है कि यह बाबू सेवराईं तहसील को भी भ्रष्टाचार का अड्डा बनाता है या वहां ईमानदारी से कार्य करता है।