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जैन मुनि 108 आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के सल्लेखना समाधि पर जैन संघ पटना स्तब्ध, दी गई श्रद्धांजलि

अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/देश के सबसे महान जैन संत परम पूज्य आचार्य शिरोमणि 108 श्री विद्यासागर जी महाराज के सल्लेखना समाधि मरण पर पटना जैन समाज स्तब्ध है। जैन संघ पटना के मीडिया सचिव एम पी जैन ने कहा कि पूरे विश्व के जैन समाज के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। संरक्षक शांतिलाल जैन ने कहा कि मेरी प्रथम दृष्टि महाराजश्री पर पड़ी थी तो ऐसा लग मानो मुस्कुराते महावीर भगवान मिल गए, ऐसा भाव आज भी है,आज महाराज श्री के समाधि मरण पर आचार्यश्री के चरणों मे शत शत नमन है। आज श्रद्धांजलि सभा मे जैन संघ के अध्यक्ष प्रदीप जैन ने कहा कि आध्यात्मिक चेतना के पुंज आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने जो जैनत्व की शिक्षा हमे दी है उसकी हम रक्षा करें। मौके पर महासचिव मुकेश जैन ने कहा कि देदिव्यमान सूर्य आचार्यश्री अस्ताचल की ओर चले गए। महाराजश्री का जीवन कठोर एवं अनुशासन युक्त था। हमे भी महाराज के दिखाए गए रास्ते पर चलना है। उपाध्यक्ष सुबोध जैन ने कहा कि इस युग के श्रेष्ठ आचार्य श्री विद्यासागरजी युगद्रष्टा,ब्रह्मांड संत शिरोमणि थे जिन्होंने हमें आध्यात्मिक ऐश्वर्य द्वारा हमे सींचा है। उनके चरणो में शत शत नमन है। मौके पर सचिव सुरेन्द्र जैन ने कहा कि आचार्यश्री दिव्य आत्मा थे। उनकी छत्र छाया हम पर से समाप्त हुई यह जिनशासन की क्षति है। मीठापुर जैन समाज के अध्यक्ष बिजय जैन कासलीवाल ने कहा कि आज जैन समाज के ध्रुव तारा का अस्त हो गया। पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर कदमकुआं के बिनोद पहाड़िया ने कहा कि आचार्यश्री अपनो से दूर ब्रह्मलीन होकर सपने बन चुके है। लेकिन हमें उनके सपनों को पूरा करना हमारी विनयांजलि होगी। मौके पर तनसुख बैड जी ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि जिन शासन की क्षति पर हम शोक न करें। क्योंकि जैनत्व में मृत्यु को भी उत्सव मानते हैं। मौके पर पूणम सिंधी ने कहा कि आचार्यश्री की छत्र छाया समाप्त हुई है लेकिन हमारे गुरु हृदय में रहते हैं और रहेंगे।
मौके पर उम्मेदमल बैद, ज्ञानचंद पाटनी, महेश जैन,कमल पाटनी, संजय पहाड़िया,धीरज सेठी सहित अन्य श्रध्दालुओं ने अपनी अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की। आचार्य श्री के समाधि पर आज पटना के मीठापुर, कदमकुआं, गुलजारबाग, दादाबाड़ी मंदिर, गुलजारबाग जैन मंदिरों में णमोकार मंत्र का पाठ किया जा रहा है।

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