अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/पटना। सोमवार 30 सितम्बर को सेंटर फॉर जेंडर स्टडीज और इतिहास विभाग पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय पटना के स्नातकोत्तर विभाग के संयुक्त तत्ववधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन गांधी जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। इस उद्घाटन समारोह में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय पटना के कुलसचिव प्रो नागेन्द्र कुमार झा ने विषय प्रवेश किया। मुख्य अतिथि प्रो. रासबिहारी सिंह,पूर्व कुलपति पटना विश्वविद्यालय ने आज के संदर्भ में भारतीय ज्ञान परंपरा और गांधी विषय का चित्रण के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ को विस्तार से रखा। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो रत्नेशवर मिश्र ने भारतीय ज्ञान परंपरा को अतीत से वर्तमान के संदर्भ में रखा। किस प्रकार भक्ति सूफी के बाद औपनिवेशिक चारण में ज्ञान परंपरा के क्षरण को दर्शाया। प्रो अनन्त प्रसाद गुप्ता ने वर्तमान के अकादमिक वातावरण से परिचित कराने और उन्हें एक समृद्ध शैक्षणिक अनुभव प्रदान करने के भारतीय ज्ञान परंपरा की महत्ता पर बल दिया। नए परिवेश में इस आयोजन को बड़ी उत्सुकता से गांधी के विभिन्न उद्धरण से व्यवहारिकता के साथ प्रो इंद्रजीत प्रसाद राय, प्राचार्य कॉलेज ऑफ कॉमर्स आर्टस एंड साइंस पटना ने रखा। हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष सह मानविकी की संकायाध्यक्ष प्रो. छाया सिंह ने आयोजन की प्रासंगिकता पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने पाठयक्रम एवं अकादमिक अनुशासन से अवगत करवाते हुए नई शिक्षा नीति और वैश्विक संदर्भ के साथ भारतीय परिवेश में ज्ञान एवं शिक्षा की अवधारणा के साथ जुड़ाव परिवेश के अनुरूप करने की प्रासांगिकता को दर्शाया। गांधी जयंती पर छात्र छात्राओं के प्रतिभागियो तथा वरिष्ठ शिक्षकों को सम्मानित करते हुए उनके सुखद भविष्य की शुभकामना दी।स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. प्रीति कश्यप, स्नातकोत्तर प्राचीन इतिहास एवं एशियाई अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो कनक भूषण मिश्र, विश्वविद्यालय एवं विभागीय गतिविधि के संदर्भ में छात्र छात्राओं के दायित्व और कर्तव्यों की बात कही। अर्थशास्त्र विभाग के अनुप कुमार झा ने वर्तमान समय में शिक्षा के स्वरूप की सूक्ष्म व्याख्या और वर्ग तथा शिक्षक के महत्व को रेखांकित करते हुए वर्तमान परिवेश में तकनीक पर निर्भरता के प्रति उचित दृष्टि और गुण तथा कमजोरी पर बल दिया।
स्नातकोत्तर इतिहास विभाग से अविनाश कुमार झा ने स्वागत तथा प्रो बिनोद कुमार मंगलम ने कार्यक्रम का संचालन तथा प्रो राजेश शुक्ल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके पश्चात एक विशेष सत्र संचलित किया गया। इसकी अध्यक्षता प्रो उषा झा पूर्व विभागाध्यक्ष ने किया। इस सत्र में डा सुनीता शर्मा, डा पुष्पलता कुमारी, प्रो योगेंद्र कुमार ने अपने विचार रखे। आज के कार्यक्रम में 8 राज्यों के बड़ी संख्या में शिक्षक, छात्र छात्राओं तथा शोधार्थियों की उपस्थिति रही।