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सबका जम्मू कश्मीर (अवनीश सिंह)
गाजीपुर/उत्तर प्रदेश गाजीपुर जिले के अमर शहीद हवलदार जगपति राम की 25 वीं शहादत दिवस शादियाबाद में मनाई गई।इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष सुभासपा वाराणसी लल्लन राजभर ने की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव सुभासपा एवं पूर्व राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार डॉ अरविंद राजभर तथा विशिष्ट अतिथि विधायक जखनिया बेदी राम सहायक कमांडेंट सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र चंदौली श्री अविनाश भूषण व सहायक कमांडेंट पंकज कुमार तथा अनुष्का नेत्र चिकित्सालय के डायरेक्टर डॉक्टर आरके मौर्य सम्मिलित हुए थे। कार्यक्रम का संचालन श्रीनाथ भास्कर ने की। कार्यक्रम में निवेदक के तौर पर अमर शहीद हवलदार जगपत राम की पत्नी गिरिजा देवी सम्मिलित रही।मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों को शहीद हवलदार के बड़े पुत्र बंटी कुमार ने अंगवस्त्र एवं स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया।मंच पर हवलदार की पत्नी गिरिजा देवी को भी सम्मानित किया गया।
बता दें हवलदार जगपति राम गाजीपुर जिले के शादियाबाद क्षेत्र के कस्बादयालपुर गांव में पैदा हुए थे।यह लच्छी राम एवं बतासी देवी के चार पुत्रों में तीसरे नंबर पर थे। बाद में यह भारत सरकार की सीआरपीएफ में भर्ती हुए।परिवार में हंसी-खुशी का माहौल चल रहा था। इनकी शादी गिरिजा देवी से हुई।इन्हें दो पुत्र एवं एक पुत्री की प्राप्ति हुई।बड़े पुत्र बंटी कुमार तथा छोटे पुत्र विनय कुमार है।इसी क्रम में इनकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर के श्रीनगर 48वीं बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में हुई।श्रीनगर में जब वह कार्यरत थे उसी समय श्रीनगर हवाई अड्डे पर 16 जनवरी सन 2001को शाम के लगभग 3:00 बजे लश्कर ए तोयबा के छह आतंकवादियों ने हमला कर दिया।हवाई अड्डे की सुरक्षा में तैनात हवलदार ने आतंकवादियों से मोर्चा लिया। उस समय ड्यूटी पर तैनात एक महिला सिपाही सहित कुल चार साथी मारे गए जिसमें एक यह गाजीपुर का लाल भी सम्मिलित था।हालांकि इन जवानों ने बहादुरी का परिचय देते हुए उन 6 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया लेकिन हवाई अड्डे की सुरक्षा के दौरान यह चार लोग शहीद हो गए।
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सूत्रों के मुताबिक जगपति राम अपने कार्यकाल में कुल 13 प्रशस्ति पत्र एवं प्रशंसा पत्र प्राप्त कर चुके थे।बाद में मरणोपरांत उन्हें भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति के आर नारायण द्वारा राष्ट्रपति पुलिस पदक से भी पुरस्कृत किया गया। इस शहीद की समाधि स्थल भी उनके गृह निवास के बगल में बनाई गई। तथा क्षेत्र के लोग इनसे प्रेरणा पा सके तथा इन्हें अमर बनाया जा सके इसके लिए शादियाबाद थाना चौराहे पर उनकी मूर्ति भी लगवाई गई।
इस कार्यक्रम में गाजीपुर पैरामिलिट्री वॉरियर्स वेलफेयर ट्रस्ट की टीम भी शामिल हुई। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सहायक कमांडेंट सहित कुल कई जवान भी सम्मिलित हुए। क्षेत्र की जनता का अपार स्नेह एवं लगाव होने के कारण भारी भीड़ लगी रही। कुछ बिरहा गायक कलाकारों ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया जिससे लोगों का मनोरंजन भी होता रहा और लोग सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक डटे रहे और अपने लाल की शहादत दिवस में सम्मिलित रहे।