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केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने की संयुक्त समीक्षा

पशुपालन और मत्स्य पालन क्षेत्र में बड़े बदलाव की ओर बढ़ रहा जम्मू-कश्मीर

सबका जम्मू कश्मीर

श्रीनगर। केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन मिलकर पशुपालन और मत्स्य पालन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में जुटे हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में इस क्षेत्र की संयुक्त समीक्षा बैठक की। बैठक का उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना और युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ना रहा।

बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने जम्मू के सतवारी में 50,000 लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाले आधुनिक UHT मिल्क प्लांट का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस प्लांट से दूध को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकेगा और जम्मू-कश्मीर में दुग्ध उत्पादन को नया प्रोत्साहन मिलेगा।

केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार इस क्षेत्र को हरसंभव मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने युवाओं के स्टार्टअप, संगठित डेयरी सहकारी समितियों और मछली पालन में मूल्यवर्धन जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को दूध, मटन और मछली के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने सहकारी संस्कृति को फिर से जीवित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

गौरतलब है कि पशुपालन और मत्स्य पालन क्षेत्र का जम्मू-कश्मीर की जीडीपी में ₹12,634 करोड़ का योगदान है। इस क्षेत्र को HADP और राष्ट्रीय मिशनों के तहत लगातार मजबूती दी जा रही है।

डिजिटलीकरण, महिलाओं की अगुवाई में चल रही योजनाएं, निजी निवेश और जमीनी स्तर की बुनियादी सुविधाएं इस क्षेत्र को बदल रही हैं। यही वजह है कि जम्मू-कश्मीर को SKOCH गोल्ड अवार्ड और 2024 में ‘मत्स्य पालन में सर्वश्रेष्ठ केंद्र शासित प्रदेश’ जैसे राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुके हैं।

यह पहल जम्मू-कश्मीर की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने और स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर देने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।

 

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