सबका जम्मू कश्मीर (राज कुमार)।
नगरी/कठुआ। कोटपुटू के धोलिया में गुरुवार को सड़क दुर्घटना में नगरी वार्ड 13 के रहने वाले व्यास देव पुत्र अरु व विशाल पुत्र व्यास देव की टिप्पर व मोटरसाइकिल की टक्कर होने से मौके पर ही मौत हो गई। जिसके बाद कोटपुटू व नगरी के लोगों ने अपने अपने क्षेत्र में जिला प्रशासन व ट्रैफिक विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
वहीं स्थानीय लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले भी इन टिप्परों की वजह से कई परिवारों को अपनों को खोया हैं। जिसके बाद पहले भी इन टिप्परों को रीरूट करने की मांग की गई थी। लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई भी सज्ञान नहीं लिया। जिसके बाद एक बार भी इन्ही टिप्परों की बजह से एक परिवार के दो सदस्यों को इस दुर्घटना का शिकार होना पड़ा। जबकि शुक्रवार को नगरी व धोलिया कोटपुटू ने लोगों ने जिला प्रशासन से मिलकर इस मुद्दे को उठाया है।
लोगों ने जिला आयुक्त से मांग कि है कि या तो इन टिप्परों का समय रत 10 बजे से सुबह पांच बजे तक किया जाए या तो इन टिप्परों को रीरूट किया जाए। हालांकि कुछ लोगों की माने तो जिला आयुक्त से मिलने के बाद मिलने पहुंचे शिष्टमंडल के लोगों को भरोसा दिलाया था कि जल्द इन टिप्परों का समय रात दस बजे से सुबह पांच होने की बात कही थी।
वही नगरी बमियाल ररूट पर हुए प्रदर्शन में पीड़ित परिवार को कठुआ डीएसपी मंजीत सिंह, कठुआ एसएचओ व नगरी चौकी प्रभारी ने उचित मुआबजा दिलबाने का भरोसा दिलवाया था। लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई भी मुआबजे की बात सामने नहीं आई है। अब देखना यह होगा कि पीड़ित परिवार को उचित मुआबजा व रीरूट मामले को लेकर कितनी जल्द हल किया जाएगा। ताकि आने बाले दिनों में नगरी व कोटपुनु धोलिया में चलने वाले वाहनों से स्थानीय लोगों को दुर्घटनाओं में अपने परिजनों को न खोना पड़े।
प्रदर्शन के दौरान सबका जम्मू कश्मीर के संपादक के सवालों से डीएसपी मंजीत सिंह कठुआ ने क्यों खोया अपना आप।
धोलिया कोटपुटु टिप्पर सड़क दुर्घटना से हुई बाप बेटे की मौत ने यहाँ क्षेत्र में लोगों को सक्कते में डाल दिया। वहीं दुख की इस घडी में हर व्यक्ति इस खबर के बाद दुख प्रकट करते हुए नजर आया। जबकि अपनी मांगो को लेकर प्रशासन तक अपनी बात पहुंचने के मकसद से कोटपुनु व नगरी के लोगों ने अपने अपने क्षेत्र में रोड जाम कर अपना रोष प्रकट किया। हालांकि मौके पर प्रदर्शनकारियों कि एक ही मांग दी दुर्घटना में मृतक के परिजनों को उचित मुआबजा व टिप्परों को रीरूट या समय परिवर्तन किया जाए। इन्हीं बातों को लेकर जब ” हिंदी सप्ताहिक समाचार पत्र सबका जम्मू कश्मीर के संपादक ने मौजूदा पुलिस अधिकारी डीएसपी कठुआ मंजीत सिंह से मामले को लेकर जवाब माँगा तो डीएसपी मंजीत सिंह ने संपादक पर अपनी भड़ास निकालते हुए मीडिया को टीआरपी लेने की बात कहने लगे। जबकि मीडिया का कार्य टीआरपी नहीं बल्कि समय पर होने दुखद व अन्य घटना को प्रशासन तक पहुंचना व लोगों की बात को सुनना होता है। जिससे इस तहर की घटनाओ पर डीएसपी जैसे अधिकारियों की जवाबदेही होनी चाहिए ताकि लोगों व मीडिया से बात करते समय अपना आपा न खोए। वहीं डीएसपी के इस व्यहवार से एसएसपी कठुआ को भी कड़ा सज्ञान लेना चाहिए। ताकि आगे से इस तरह की घटनाओं पर सवाल पूछने पर कठुआ डीएसपी अपना आप न खोए।