नाटक के ज़रिए भूकंप से बचाव को किया जागरूक
अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/फुलवारी शरीफ। भूकंप सुरक्षा सप्ताह के दूसरे दिन बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, (“आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार सरकार”) की ओर से भूकंप से बचाव के लिए जन- जागरूकता अभियान के दौरान नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पटना एम्स में डॉ अनिल कुमार की उपस्थिति में वहीं फुलवारीशरीफ ब्लॉक में अंचल अधिकारी की उपस्थिति में सर्वमंगला सांस्कृतिक मंच के कलाकारों द्वारा यह दिखाया गया कि भूकंप से पहले घर को भूकंपरोधी बनवाएं।भारी एवं शीशे का सामान निचले खाने में रखें। आवश्यक सामान के साथ सुरक्षा किट तैयार रखें। आलमीरा को क्लैंप से दीवार में जकड़ दें। अपने आसपास सुरक्षित स्थानों की पहचान कर लें। बचाव एवं प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें, बाहर जाने वाले रास्तों को बाधा मुक्त रखें। झुको,ढको, पकड़ो का नियमित अभ्यास करें।
भूकंप के समय-हड़बड़ा कर मत भागे। कमरे के अंदरूनी कोने के पास रहे। मजबूत टेबल या पलंग के नीचे छिप जाए। गिरने वाली चीजों से दूर रहें, सर को बचाएं। यदि गाड़ी चला रहे हो तो सड़क के किनारे रुके, पुल पर ना चढ़ें। यदि सिनेमा हाॅल या मॉल में हो तो अपनी जगह पर शांत रहें झटका रुकने पर क्रम से बाहर निकले।भूकंप का झटका रुकने पर-गैस सिलेंडर बंद करें। मेंन स्विच ऑफ करे, घर से बाहर निकलें।गिरने वाली चीजों से सिर को बचाए। बिजली, पोल, विज्ञापन बोर्ड, पेड़ से दूर रहें। खुले मैदान में आ जाएं, घायलों की सहायता करें, लिफ्ट का उपयोग न करें, सीढी से उतरे, अफवाहों पर ध्यान ना दें, सरकार एवं प्रशासन से प्राप्त सूचनाओं का पालन करें। भूकंप के उपरांत अगले एक-दो दिनों तक भूकंपीय झटके संभावित है। इस अवधि में विशेष सावधानी एवं चौकसी बरतने की आवश्यकता है। घबराएं नहीं एवं धैर्य के साथ ऊपर बताई गई सावधानियों का पालन करें।नाटक के लेखक महेश चौधरी एवं निर्देशक मिथिलेश कुमार पांडेय थे।