बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था राजौरी पहुंचा, भव्य स्वागत के साथ चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा

सबका जम्मू कश्मीर
जम्मू/राजौरी (अनिल भारद्वाज) | बाबा बुड्ढा अमरनाथ चट्टानी जी की वार्षिक यात्रा के पहले जत्थे का सीमावर्ती जिला राजौरी में भव्य स्वागत किया गया। जैसे ही श्रद्धालुओं का जत्था आधार शिविर राजौरी पहुंचा, पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए गए, ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत हुआ और ‘भारत माता की जय’ व ‘भोलेनाथ की जय’ के नारों से फिजा गूंज उठी।
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यात्रा की शुरुआत श्री श्री 1008 पीठाधीश्वर राजगुरु महामंडलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती जी महाराज ने पूजा-अर्चना और ध्वजारोहण कर की। स्वामी जी ने यात्रा के लिए किए गए प्रबंधों की सराहना की और जिला प्रशासन का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर को लेकर फैलाए गए डर का कोई मतलब नहीं रहा, लाखों भक्त बिना किसी डर के यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
यात्रा में इस बार 885 श्रद्धालु शामिल थे, जिनमें 606 पुरुष, 266 महिलाएं और 13 बच्चे थे। ये सभी यात्री दो बड़ी और 19 छोटी बसों में सवार होकर कड़ी सुरक्षा के बीच राजौरी पहुंचे। यहां जलपान के बाद ये जत्था दोपहर करीब दो बजे पुंछ के लिए रवाना हो गया। रास्ते में सुंदरबनी, भींभर गली (बीजी), नौशहरा समेत कई जगहों पर श्रद्धालुओं का जोरदार स्वागत किया गया। हालांकि नौशहरा में यात्रा को रोके बिना आगे बढ़ा दिए जाने से स्थानीय लोग नाराज नजर आए।

यात्रा की सुरक्षा के लिए पूरे राजौरी-पुंछ क्षेत्र में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह पुलिस, सेना, सीआरपीएफ और बीएसएफ के जवान तैनात हैं। साथ ही “तीसरी आंख” यानी सीसीटीवी कैमरों और खोजी कुत्तों से भी निगरानी रखी जा रही है।

राजौरी डीसी अभिषेक शर्मा, एसएसपी गौरव सिकरवार, विधायक इफ्तखार अहमद, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल व अन्य संगठनों के पदाधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता व स्थानीय प्रशासन के कई अधिकारी इस मौके पर मौजूद रहे।
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सरकार और सामाजिक संगठनों ने श्रद्धालुओं की सेवा के लिए स्टॉल, स्वास्थ्य सुविधा, अग्निशमन वाहन व अन्य व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की हैं।
यात्रा संयोजक विवेक कुलकर्णी (मुंबई), सह संयोजक कृष्णकांत, सुरक्षा प्रमुख शक्ति सिंह झाला और अन्य प्रमुखों का जगह-जगह फूलों से स्वागत किया गया।
यात्रा शांतिपूर्ण व श्रद्धा से भरी रही, श्रद्धालु बिना डर के बाबा के दर्शन को रवाना हुए।