अनुज श्रीवास्तव/अवनीश सिंह
उ.प्र./देवकली। स्थानीय कस्बे में चल रहे 7 दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन सोमवार को सद्गुरु आशुतोष महाराज के कृपा पात्र शिष्य स्वामी अमरेश्वरानन्द महाराज ने संपन्न किया किया। कहा कि मानव जीवन क्षणभंगुर है। आज मिला है, कल रहेगा या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है। कहा कि संत इस धरा पर अपनी इच्छा से नहीं आते, बल्कि वो परमात्मा के भेजे हुए दूत होते हैं और ईश्वर द्वारा चयनित आत्माओं को एकजुट करके उपदेश देते हैं। कहा कि वो जीव व परमात्मा के बीच पुल का काम करते हैं। कहा कि जीव इस धरा पर क्यों आया है, क्या कर रहा है और यहां आने का उसका क्या उद्देश्य है, इसे वो भूल बैठा है। यही भूल उसके सभी दुखों का कारण है। इस मौके पर प्रधान सपना तिवारी, अनिल तिवारी, प्रभुनाथ पाण्डेय, रामनरेश मौर्य, नरेन्द्र मौर्य, अर्जुन पाण्डेय, त्रिलोकी गुप्ता, दयाराम गुप्ता, संजय श्रीवास्तव, प्रेमशंकर सिंह, रामवृक्ष, रामलाल मौर्य आदि रहे। अध्यक्षता सोनू तिवारी ने की।