भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित बालाकोट क्षेत्र का मंत्री राणा ने किया दौरा, प्रभावितों को जल्द मदद का भरोसा

सबका जम्मू कश्मीर
मेंढर, जम्मू-कश्मीर सरकार में जल शक्ति, वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण तथा जनजातीय मामलों के मंत्री जावेद अहमद राणा ने रविवार को मेंढर सब-डिवीजन के बालाकोट क्षेत्र का दौरा कर हाल ही में भारी बारिश और भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लिया।
लगातार बारिश के चलते क्षेत्र में कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ, जिससे मकानों को क्षति पहुंची और बड़ी मात्रा में भूमि बह गई। हालात की गंभीरता को देखते हुए मंत्री राणा ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय निवासियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना।
इस अवसर पर मंत्री के साथ पुंछ के उपायुक्त विकास कुंडल, एसडीएम मेंढर इमरान कटारिया, BRO/GREF के अधिकारी और जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि नुकसान का प्रारंभिक आकलन पूरा कर लिया गया है और प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है।
मंत्री राणा ने कहा कि सरकार जनता की हर मुश्किल घड़ी में साथ खड़ी है और मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में सभी प्रभावितों को हरसंभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पुनर्निर्माण और बहाली का काम योजनाबद्ध और पर्यावरण संतुलन को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।
गांव संगियोटे में जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री राणा ने उपायुक्त को निर्देश दिया कि यह जांच की जाए कि क्या BRO/GREF द्वारा खुदाई से पहले इलाके की मिट्टी की नाजुकता का वैज्ञानिक मूल्यांकन किया गया था या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदारी तय की जाएगी।
मंत्री ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि प्रभावित लोगों को राहत शिविर, चिकित्सा सहायता और अन्य जरूरी सुविधाएं समय पर उपलब्ध करवाई जाएं। साथ ही वन और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को मिट्टी संरक्षण का कार्य प्राथमिकता के आधार पर शुरू करने के निर्देश दिए।
राणा ने भूगर्भीय और भू-तकनीकी जांच कराने की आवश्यकता पर भी बल दिया ताकि भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि बोरहोल ड्रिलिंग के माध्यम से मिट्टी और चट्टानों के नमूने लिए जाएंगे और भूजल की स्थिति का भी विश्लेषण किया जाएगा।
मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार पूरी संवेदनशीलता और तत्परता के साथ आपदा प्रभावित लोगों के पुनर्वास और सहायता के लिए प्रतिबद्ध है।