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भाई बहन के प्रेम के प्रतीक का पर्व रक्षाबंधन पूरे देश में मनाया गया।

बहनों ने बांधी भाइयों की कलाई पर राखी।

सबका जम्मू कश्मीर।

कठुआ/नगरी। सोमवार को भाई बहन के प्रेम के प्रतीक का पर्व रक्षाबंधन पूरे देश में मनाया गया। इस मौके पर यहां बहनों ने भाई की कलाई पर राखी बांधी, वहीं भाइयों ने भी बहनों को भाई बहन की पवित्र रिश्ते को आगे बढ़ने का संकल्प लिया। जबकि बहनों को भाइयों ने बेहतर उपहार भी दिए । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भद्रा के कारण राखी बांधने का मुहूर्त दोपहर को शुरू  हुआ था। जिसे  हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 01:30 से रात्रि 09:07 तक था। जिस हिंदू मान्यता के अनुसार समय का ध्यान रखते हुए बहनों ने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधी

रक्षाबंधन के त्योहार का विशेष महत्व।
हिंदू धर्म में रक्षाबंधन के त्योहार का विशेष महत्व होता है। वैदिक पंचांग के अनुसार हर वर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहेगा। ऐसी मान्यता है जब भी भद्रा होती है तो इस दौरान राखी बांधना शुभ नहीं होता है। राखी हमेशा भद्राकाल के बीत जाने के बाद ही बांधी जाती है। रक्षाबंधन पर लगा भद्रा का साया अब खत्म हो चुका है। भद्रा के खत्म होने पर अब राखी बांधी जा सकती है। ऐसी मान्यता है कि भद्रा काल के रहते तक दिन में राखी बांधना या कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। आपको बता दें कि आज सुबह से ही भद्राकाल लगी हुई थी जो दोपहर 01 बजकर 32 मिनट पर खत्म हुई है। अब इसके बाद रात 9 बजे तक राखी बांधी जा सकती है।

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