पटनाबिहार

बाजारवाद हावी होने के कारण मीडिया हाउस, पत्रकारिता और पत्रकार प्रभावित हो रहे है- प्रमोद दत्त

पत्रकार संगठन में आईएफडब्लूजे, पटना पश्चिम के रवि कुमार बने मुख्य संयोजक और अवनीश संयोजक

अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/पटना। वर्ष ‘1950 में स्थापित देश का सबसे पुराना और पहला पत्रकार संगठन, इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (आईएफडब्लूजे)जिला पटना पश्चिम का आम बैठक नौबतपुर स्थित मुखिया जी होटल में संगठन के प्रदेश महासचिव सुधीर मधुकर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में जिला पटना पश्चिम में संगठन के विस्तार के लिए सर्व सम्मति से बिहटा के वरिष्ठ पत्रकार रवि शंकर को मुख्य संयोजक और नौबतपुर के पत्रकार अवनीश कुमार को संयोजक चुना गया।साथ ही संगठन विस्तार के लिए पटना जिला पश्चिम के दानापुर ,फुलवारी शरीफ और पालीगंज अनुमंडल स्तर पर सघन रूप से सदस्यता अभियान चलाने के लिए प्रखंड स्तर पर दो दो संयोजक मनोनित किया गया।बैठक में बिहार के वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद दत्त ने पत्रकार और पत्रकारिता के वर्तमान दशा और दिशा को लेकर विस्तार से अपने विचार रखते हुए कहा कि आज बाजारवाद के पूरी तरह हावी हो जाने के कारण मीडिया हाउस के साथ साथ पत्रकारिता और पत्रकार भी प्रभावित हो रहे हैं। पत्रकारों का शोषण हो रहा है। खास कर ग्रामीण पत्रकारों का दशा और दिशा कहीं से भी ठीक नहीं है।जो लोकतंत्र के लिए खतरा बनता जा रहा है। उसे न तो पारिश्रमिक मिल रहा है और न ही वर्षों तक काम करने के बाद भी मीडिया हाउस का परिचय पत्र ही मिल रहा है।पत्रकार सुरक्षा कानून लागू नहीं होने से आए दिन मारपीट,अभद्र व्यवहार, जान से मारने की धमकी ही तक ही सीमित नहीं है,हत्या आम बात हो गया।आज पत्रकारों को खुद अपना मान सम्मान बचाए रखने की जरूरत है। संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहन कुमार ने , राष्ट्रीय स्तर पर ,संगठन की ओर से पत्रकारों की समस्याओं और कल्याणकारी कार्यों को लेकर किए जा रहे चिंतन मंथन की जानकारी दी। प्रदेश महासचिव श्री मधुकर ने संगठन विस्तार के बारे में विस्तृत जानकारी दी।जन संपर्क विभाग से सेवानिवृत्ति के बाद पत्रकारिता से जुड़े जितेंद्र कुमार सिन्हा ने सरकार की ओर से पत्रकारों को मिलने वाली योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिला पटना पश्चिम,संगठन के मुख्य संयोजक रवि कुमार ने सदस्यता अभियान को प्रखंड स्तर पर चला कर जल्द से जल्द चुनाव कराने की मांग की। बैठक में मृत्युंजय कुमार, संतोष कुमार,कौशल किशोर,संजय पाठक, शशांक मिश्र,चंद्र शेखर भगत, नीरज कुमार,सुदीप सोनी,संजय कुमार, रंजीत सिन्हा, मनोरंजन भारद्वाज, रंजीत पटेल,मनोज सिंहा,घनश्याम पांडे,शैलेश कुमार,रजत प्रजापति,बिक्कू कुमार,अजय कुमार आदि ने भी अपने अपने विचार रखे।

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