एकदिवसीय एक कार्यशाला का आयोजन
अनुज श्रीवास्तव/संजय राव
बिहार/बेतिया। स्थानीय दी नेशनल सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक बेतिया के प्रांगण में एकदिवसीय कार्यशाला वित्तीय इंक्लूजन बिटवीन दी सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड एंड जीविका के तत्वाधान में किया गया ।इसका आयोजन जिला प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेशन यूनिट पश्चिमी चंपारण रहा। इस अवसर पर डीपीएम आर.के. निखिल ने कहा कि 2006 में बिहार के 6 जिलों में जीविका की शुरुआत हुई थी ।जिसमें विश्व बैंक का सहयोग भी था ।इसमें सिर्फ महिलाओं के समूह की बात हुई थी तथा बीपीएल परिवारों को प्राथमिकता दी जाती थी ।अब यह हटा दिया गया है। 2014 ईस्वी में 534 प्रखंडों में इसकी शुरुआत हो गई ।एक समिति के रूप में जीविका की शुरुआत हुई। अभी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह हमारे कार्यपालक पदाधिकारी है ।आज 39000 से ज्यादा स्वयं सहायता समूह हो गया है ।जिसमें 10 से कम और 15 से ज्यादा सदस्य नहीं होते हैं। बिहार के लिए जीविका गौरव की बात है। जीविका दीदी नेपाल, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में भी जाती है। एक ग्राम में 15-20 समूह होता है ।आज 2700 से ज्यादा संगठन हो गए हैं जो एक मजबूत स्थिति में है और 5 लाख परिवारों को इससे जोड़ा जा चुका है। 20-20 में 10 लाख स्वयं सहायता समूह हो गया था ।इससे गांव में बहुत बड़ा बदलाव देखा जा सकता है। जो जीविका की देन है। दिल्ली के बाद बिहार में सबसे ज्यादा महिलाएं बिहार पुलिस में है ।जीविका दीदीयों को जोड़ने का मतलब उनके पूरे परिवार को जोड़ना है ।38000 का बचत खाता खुल चुका है। कई उत्पादक समूह भी जीविका की रसोई भी संचालित किया जाता है ।मेडिकल कॉलेज अनुमंडल अस्पताल में भी इनकी रसोई चलती है और आठ आवासीय विद्यालय में भी जीविका की रसोई चल रही है। इन्हें सहयोग भी मिलता है ।आज हमारा कोऑपरेटिव बैंक से औपचारिक गठबंधन होने जा रहा है। यह काफी लाभदायक होगा। यही शुभकामनाएं हैं ।जबकि एम.डी. अजय कुमार भारती ने कहा कि जीविका बिहार की एक पहचान है ।एक सफल कोऑपरेटिव अभियान है। कोऑपरेटिव बैंक बिहार सरकार का अपना है। बिहार के चुनिंदा जगहों पर ऐसा कार्यशाला चल रहा है ।हमें खुशी हो रही है ।यह एक भारतीय संगठन है ।लोन सहज और सरल तरीके से दिया जाएगा। हम लोग हर तरह के लोन देते हैं और यह चाहते हैं कि हमारा लोन सिक्योर्ड हो ।हम अपना समझ कर सहयोग करेंगे। जबकि स्थापना प्रभारी राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि हमारे लिए यह एक नया पल होगा ।पुरी में लवली हुड में जाकर हम इसे देखे थे। यह एक अच्छा मौका है। जीविका के माध्यम से शुरुआत करें ।कोई गरीब नहीं छूटना चाहिए चाहिए और भली -भाती काम किया जाए ।उपाध्यक्ष संजीव कुमार पांडे ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सहकारिता समाज के नीचे के लोगों को जोड़ने का काम करती है। आपका सहयोग कदम -कदम हम करेंगे ।मंच का संचालन अजीत कुमार भगत ने किया। मौके पर एलडीएम सतीश कुमार, निदेशक पवन कुमार ,रंजन कुमार, ऋण प्रभारी मोहम्मद निसारूल हक तथा जिला के सभी शाखा प्रबंधक, प्रभारी वरीय सहकारिता प्रसार पदाधिकारी सहित कई अन्य उपस्थित रहें।