सबका जम्मू कश्मीर (अवनीश सिंह)
गाजीपुर जिले में एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई लगातार जारी है।इसी क्रम में गुरुवार के दिन कासिमाबाद तहसील के लेखपाल श्यामसुंदर को एंटी करप्शन टीम वाराणसी ने ₹5000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
शिकायतकर्ता द्वारा लगाया गये आरोप की पुष्टि के बाद टीम ने लेखपाल को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और उसे रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
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यह कार्रवाई ओम इंटरनेशनल स्कूल के पास तिराहे के पास की गई।
मालूम हो कि शिकायतकर्ता चंद्रजीत यादव पुत्र विंध्याचल यादव जो की मरदह थाना के पिपनार गांव का निवासी है, ने आरोप लगाया कि उनके नाली और चकमार्ग की पैमाइश करने के नाम पर कासिमाबाद तहसील के लेखपाल श्यामसुंदर पुत्र अनिल कुमार निवासी बेलासी थाना करंडा द्वारा ₹5000 रिश्वत की मांग की गई।
चंद्रजीत ने यह शिकायत वाराणसी स्थित एंटी करप्शन टीम से किया।इसके बाद लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ने के लिए एंटी करप्शन टीम ने योजना बनाई।
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ऐसे बिछाया गया जाल
बताया जाता है की एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार को तिराहे के पास लेखपाल श्यामसुंदर को चिन्हित कर रखा था।जैसे ही उसने रिश्वत के पैसे लिये,टीम ने उसे तुरंत पकड़ लिया।गिरफ्तारी के दौरान लेखपाल ने भागने की कोशिश की लेकिन अपनी कोशिश में वह नाकाम रहा और टीम ने उसे दबोच लिया।लेखपाल को शहर कोतवाली लाया गया जहां आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई ।
लेखपाल को बचाने पहुंचे समर्थक
इधर लेखपाल की गिरफ्तारी से लेखपाल के समर्थकों में खलबली मच गई।जैसे ही समर्थकों को लेखपाल की गिरफ्तार होने की खबर लगी दर्जनों समर्थक कोतवाली पहुंच गए।समर्थकों का कहना था कि लेखपाल श्यामसुंदर निर्दोष है और उन्हें फर्जी मामले में फसाया जा रहा है।समर्थकों ने कहा कि ना तो उसने रिश्वत मांगी थी और न ही ली है।
बता दें कि गाजीपुर जिले में रिश्वतखोरी का यह पहला मामला नहीं है जिसमें एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई की हो।इससे पहले जिले के विभिन्न तहसीलों में तीन अन्य लेखपालों को भी रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया है।इस कार्रवाई से राजस्व विभाग के कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया है।अब मामले में आगे की जांच से यह पता चलेगा कि लेखपाल श्यामसुंदर पर लगे आरोप कितने सही है और कितने गलत?हालांकि एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत के पैसे और अन्य साक्ष्यों को जब्त किया है जिससे कि मामले को मजबूत से मजबूत बनाया जा सके।
एंटी करप्शन टीम में शामिल सदस्यों में मैनेजर सिं,शैलेंद्र कुमार राय,राजेश यादव,अजीत सिंह,विनोद कुमार,वीरेंद्र प्रताप सिंह,अश्वनी पांडे व अन्य कर्मचारी शामिल रहे।