अनुज श्रीवास्तव//रंजीत सिन्हा
बिहार/पटना। अखिल भारतीय श्री राम नाम जागरण मंच के तत्वाधान में 11 दिवसीय श्री राम कथा एवं पर्यावरण सुरक्षा महायज्ञ श्री राम कथा अमृत महोत्सव पटना मजिस्ट्रेट कॉलोनीआशियाना दीघा रोड निकट श्यामल हॉस्पिटल के पास चल रहा है। कथा के द्वितीय दिवस पर श्री राम कथा का बखान करते हुए अयोध्या से पधारे पूज्य संत श्री रमेश भाई शुक्ला जी ने बताया की जब आप अपना समय भगवान के भजन के अतिरिक्त व्यर्थ की बातों में अगर बिताने लगे और आपको ऐसा एहसास होने लगे की मैंने व्यर्थ का समय गंवा दिया, अगर इतनी देर भगवान का भजन किए होते तो अच्छा होता, जब व्यर्थ के समय गंवाने पर पश्चाताप होने लगे तब समझना चाहिए कि आप परमात्मा के अति सन्निकट हैं। अपने घर में एकांत में बैठकर कभी थोड़ी देर भगवान का चिंतन करो। जब ईश्वर के सम्मुख आप जाओगे तो थोड़ी देर प्रभु से अपने सुख-दुख सुनाओगे धीरे-धीरे अपने सभी सुख-दुख आप भगवान को सुनाना शुरू कर देंगे तो एक दिन वही भगवान की मूर्ति जो आपके मंदिर में विराजमान है आपसे बोल पड़ेगी। आपके सभी प्रश्नों का उत्तर देना प्रारंभ कर देगी। प्रभु राम के चिंतन मात्र से समस्त विकार अपने आप खत्म हो जाते हैं। महाराज जी ने बताया कि एक बार रावण अपने घर में बहुत बेचैन था और बेचैनी की स्थिति में वह बहुत परेशान रात भर सो नहीं पा रहा था। उसकी पत्नी मंदोदरी ने रावण से पूछा स्वामी आप इतना बेचैन क्यों हैं। रावण ने कहा कि मैं इसलिए बेचैन हूं कि मैं सीता को इतने दिनों से प्राप्त करना चाहता हूं मगर सीता है जो हमें प्राप्त नहीं हो रही है। तब मंदोदरी ने कहा स्वामी आप तो मायावी हैं कोई भी रूप बन सकते हैं। राम का रूप बनाकर के सीता के पास जाइए सीता आपको राम समझ करके आपको मिल जाएगी। रावण ने कहा प्रिया यह काम करके मैं बहुत पहले देख चुका हूं जब-जब मैं राम का रूप को धारण करता हूं मेरे अंदर के कुविचार अपने आप भाग जाते हैं। संसार की जितनी भी महिलाएं हैं वह मुझे माता और बहनों की तरह नजर आने लगती है। महाराज जी ने बताया कि सोचिए जब रावण ऐसे व्यक्ति के द्वारा राम के रूप के स्मरण मात्र से उसके अंदर के सारे खराब विचार दूर हो जाते हैं तो क्या राम कथा सुनते-सुनते समाज का परिवर्तन नहीं होगा। राम कथा सुनते-सुनते समाज का सबसे बड़ा परिवर्तन यह होता है कि राम कथा जब आपके हृदय में उतर जाएगी तो आपका आचरण राम जी के आचरण के अनुसार होना प्रारंभ हो जाएगा। यही राम कथा सुनने की सबसे बड़ी प्रमाणिकता है। कार्यक्रम का संयोजन अयोध्या से पधारे अखिल भारतीय श्री राम नाम जागरण मंच के अध्यक्ष पंडित निर्मल शास्त्री ने किया. एम पी जैन ने बताया कि कार्यक्रम में अखिल भारतीय श्री राम नाम जागरण मंच के साथ संरक्षक श्रीमान राजीव रंजन सिंह, विकास कुमार सिंह, कुंदन, पप्पू जी, विजय किशोर पुरिया जी, कृष्ण कुमार सरस्वती, मृत्युंजय तिवारी जी तथा अन्य हजारों की संख्या में भागवत प्रेमी भक्तजन उपस्थित रहे। कथा में समस्त श्रोताओं हेतु भोजन प्रसाद की व्यवस्था की गई थी। जैसा की संस्था के अध्यक्ष पंडित निर्मल शास्त्री ने बताया कि आज से समस्त पटना वासियों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी है कि आज से सबके लिए रसोई की व्यवस्था की गई है सभी लोग आकर के ठाकुर जी की कथा सुनकर प्रसाद ग्रहण करें। कथा का समय प्रतिदिन संध्या 4:00 बजे से 8:00 बजे तक है।
प्रातः काल की बेला में पर्यावरण सुरक्षा के हेतु यज्ञ का आयोजन हुआ जो प्रातः 8:00 बजे से 11:00 बजे तक चला। वैदिक मंत्रों के द्वारा आहुतियां प्रदान की गई। कथा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु एवं भक्तजन उपस्थित हुए।।