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पत्रकार को लोकतंत्र का स्तंभ कहा जाता है, लेकिन तीनों स्तंभ पत्रकार हित की बात नहीं करते: पत्रकार विष्णु सिकरवार, जिलाध्यक्ष

पत्रकारों के लिए कोई सहायता नहीं, संस्थान भी पीछे हटते हैं: पत्रकार विष्णु सिकरवार

संगठन से जुड़कर अपने हक और सम्मान के लिए संघर्ष करना आवश्यक: पत्रकार विष्णु सिकरवार

आगरा, संजय सागर सिंह। पत्रकारों की सुरक्षा और हितों की चिंता करते हुए ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन जिला इकाई आगरा के जिलाध्यक्ष पत्रकार विष्णु सिकरवार ने कहा, “पत्रकार को लोकतंत्र का स्तंभ माना जाता है, लेकिन लोकतंत्र के तीनों स्तंभ पत्रकारों के हित की बात नहीं करते। जब पत्रकार संकट में होते हैं या उनका निधन होता है, तो कोई सहायता के लिए आगे नहीं आता, न ही उनके संस्थान। हम खबर लिखकर पक्ष बन जाते हैं, लेकिन हमारी सुरक्षा और हितों की कोई चिंता नहीं करता। इसलिए, चाहे संगठन कोई भी हो, हर पत्रकार को अपने हक और सम्मान के लिए संघर्ष करना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारा संगठन देशभर में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग कर रहा है। पत्रकार समाज का आईना होते हैं, और जनता व सरकार के बीच पुल का कार्य करते हैं। पत्रकार को चौथा स्तंभ माना जाता है, क्योंकि वह लोकतंत्र की आवाज उठाता है। हालांकि, आज के समय में पत्रकारों का अधिकांश समय आर्थिक तंगी और समस्याओं से जूझने में निकलता है, जबकि मीडिया भ्रष्टाचार की शिकार हो गया है। जैसे में, हमें अपने हक, अधिकार और सम्मान से कोई समझौता नहीं करना चाहिए। देश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू होने से ही पत्रकार और पत्रकारिता की सुरक्षा हो सकेगी, और लोकतंत्र मजबूत होगा।”

पत्रकार सिकरवार ने यह भी बताया कि संगठन नैतिक मूल्यों पर आधारित पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण शिविर, जिला सम्मेलन, पत्रकार राहत कोष, पत्रकारों के टोल टैक्स माफ करने, आयुष्मान कार्ड बनाने, और बीमा सुरक्षा की मांग को लेकर लगातार चर्चा कर रहा है। इसके अलावा, संगठन पत्रकार कल्याण के लिए केंद्र और राज्य सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग कर रहा है।

अंत में, जिलाध्यक्ष ने कहा, “हमारा संगठन देश-प्रदेश में लगातार पत्रकारों के अधिकारों और हितों के लिए संघर्ष कर रहा है। अब पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करना हमारे संगठन का मुख्य उद्देश्य है। देश में सभी के लिए कानून हैं, लेकिन पत्रकारों के लिए कोई विशेष कानून नहीं है। इसके लिए, राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर इस कानून को लागू करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। हर जिले से ज्ञापन भेजे जाएंगे और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल तथा, मुख्यमंत्रियों को इस संदर्भ में ज्ञापन सौंपे जाएंगे। पत्रकारों के हक और सम्मान के लिए हम सख्ती से आवाज उठाएंगे और सरकार से जल्दी से जल्दी पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग करेंगे।”

पत्रकारों की आवश्यकता
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