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एसबीटी द्वारा यशपाल निर्मल की चार पुस्तकों का विमोचन

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श्रीनगर, रविवार को सर्व भाषा ट्रस्ट, नई दिल्ली ने राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, नई दिल्ली द्वारा 17 अगस्त 2024 से 25 अगस्त 2024 तक एसकेआईसीसी, श्रीनगर, जम्मू व कश्मीर में चल रहे नौ दिवसीय चिनार पुस्तक महोत्सव में प्रख्यात साहित्यकार श्री यशपाल निर्मल की चार पुस्तकों का विमोचन किया गया। इस समारोह में श्री यशपाल निर्मल की चार पुस्तकों बस तूं गै तूं ऐं (डोगरी कविता संग्रह), शब्द अमृत (मोहम्मद यासीन बेग की डोगरी कविता का हिंदी अनुवाद), ताली’र जान (डॉ. सुधाकर अदीब के हिंदी कविता संग्रह का डोगरी अनुवाद) और छुट्टियां (शगुफ्ता चौधरी द्वारा यशपाल निर्मल के डोगरी बाल उपन्यास का गोजरी अनुवाद) का विमोचन किया गया। इस अवसर पर हिंदी, उर्दू और कश्मीरी के प्रख्यात साहित्यकार डॉ. सतीश विमल जी ने अध्यक्षता की, जबकि अंग्रेजी साहित्यकार और जेएंडके कला, संस्कृति और भाषा अकादमी के अंग्रेजी में वरिष्ठ संपादक डॉ. आबिद अहमद मुख्य अतिथि थे और प्रमुख कश्मीरी साहित्यकार जनाब मुश्ताक अहमद मुश्ताक जी इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे।सर्व भाषा ट्रस्ट, नई दिल्ली के संयोजक श्री केशव मोहन पांडेय, पुस्तकों के लेखक यशपाल निर्मल और श्री कर्ण तरगोत्रा ने भी मंच साझा किया।
सर्वप्रथम सर्व भाषा ट्रस्ट, नई दिल्ली के संयोजक श्री केशव मोहन पांडेय ने सभी गणमान्य व्यक्तियों, विभिन्न भाषाओं के लेखकों, मीडिया कर्मियों और दर्शकों का औपचारिक स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यशपाल निर्मल सर्व भाषा ट्रस्ट के राष्ट्रीय शोध निदेशक हैं और पिछले क‌ई वर्षों से साहित्य लेखन और अनुवाद कार्य में ताल्लीनता से लगे हुए हैं।

इस अवसर पर हिंदी, उर्दू और कश्मीरी के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. सतीश विमल जी ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य कहा कि यशपाल निर्मल ने अब तक विभिन्न विधाओं में 75 पुस्तकें लिखी हैं। वह लगातार विभिन्न भाषाओं में विभिन्न विधाओं में लिख रहे हैं और साथ ही उसी निरंतरता से विभिन्न भाषाओं के साहित्य का अनुवाद भी कर रहे हैं। वह जम्मू-कश्मीर की भाषाओं के सच्चे राजदूत हैं। मुख्य अतिथि डॉ. आबिद अहमद ने भाषा, साहित्य, अनुवाद और बाल साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए श्री यशपाल निर्मल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यशपाल निर्मल जम्मू-कश्मीर के साहित्यिक प्रतीक हैं। जम्मू-कश्मीर की भाषाओं और साहित्य के विकास के लिए उनके प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर अत्यधिक सराहना और मान्यता मिली है। मुख्य अतिथि जेबी मुहताक अहमद मुश्ताक ने भी श्री यशपाल निर्मल को उनकी चार पुस्तकों के विमोचन पर बधाई दी। उन्होंने निर्मल के प्रयासों की सराहना की और उनकी साहित्यिक कृतियों का कश्मीरी भाषा में अनुवाद करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर श्री राकेश चौधरी, श्री रविकांत, जेबी असफाक अहमद, जेबी जुहूर सुल्तान, श्रोतागण और बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद थे। श्री कर्ण तरगोत्रा ने औपचारिक रूप से धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन श्री विकेश पांडेय और श्री सत्य प्रकाश जी ने बहुत ही कुशलता से किया।

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