अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/फरीदपुर। आज के इस डिजिटल युग में हर काम ऑनलाइन होने लगा है। लोग कपड़े ख़रीदने से लेकर खाना मंगाने तक का काम अब ऑनलाइन ही करने लगे हैं। इसकी वजह से लोगों का काफ़ी समय बच रहा है। अगर आपने कभी जोमैटो से ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया होगा, तो देखा होगा कि डिलीवरी करने वाला अक्सर बाइक से आता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं, जो व्हीलचेयर से फ़ूड डिलीवरी करता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि व्हीलचेयर पर सवार होकर फ़ूड डिलीवरी करने वाला यह दिव्यांग व्यक्ति फुलवारी शरीफ प्रखंड के फरीदपुर का रहने वाला शानू है।इस व्यक्ति के हौसले और काम के प्रति निष्ठा से प्रभावित होकर इमोशन पिक्चर प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले एक डाक्यूमेंट्री फिल्म का निर्माण किया जा रहा है।यह व्यक्ति उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है, जो सोचते हैं कि उनका जीवन बुरा है। डाक्यूमेंट्री बनना शुरू होने के बाद से ही गांव एवं आसपास के लोग दिव्यांग व्यक्ति के काम के प्रति निष्ठा और खेलों के प्रति लगाव की जमकर तारीफ़ कर रहे हैं।
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता चंदू प्रिंस, शिक्षक नवीन सैनिक, मनोरंजन भारद्वाज रंजीत प्रसाद सिन्हा आदि ने जोमैटो को धन्यवाद करते हुए कहा है कि, ‘ऐसे योग्य और प्रतिभाशाली व्यक्ति को काम पर रखने के लिए धन्यवाद, यह सच में सभी के लिए प्रेरणादायक है।’
5 वर्ष पहले तक मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का काम करनेवाले शानू एक रोड एक्सीडेंट का शिकार होने के बाद दोनों पैरों से पूरी तरह लाचार हो गए थे। फिर भी अपने बुलंद हौसले और जज्बे के बदौलत उन्होंने कभी अपने-आप को दिव्यांग और लाचार नहीं समझा। 3-4 वर्षों के इलाज के बाद भी जब उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ तब उन्होंने पटना में मोटराइज्ड व्हील चेयर के माध्यम से जोमैटो के डिलेवरी का काम शुरू किया। अपनी मेहनत और लगन के बल पर वे घर घर जाकर ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप जोमैटो
पर आर्डर किए गए फूड की डिलेवरी का काम करते हैं। उनके जज्बे और खेल प्रतिभा को देखते हुए बिहार व्हील चेयर रग्बी टीम में सेलेक्शन हुआ। जहां से उन्हें व्हील चेयर इंटरनेशनल रग्बी खिलाड़ी के रूप में एक नई पहचान मिली है।
बिहार व्हील चेयर बास्केटबॉल/रग्बी/बैडमिंटन के राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेकर उन्होंने बिहार खेल सम्मान सहित राष्ट्रीय खेलों में सिल्वर/ब्रोंज मेडल हासिल किया है।