मरीज़ों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना हमारी नैतिक जिम्मेदारी : एमओआईसी
अनुज श्रीवास्तव/संजय सिंह
बिहार/पूर्णिया 26 अक्टूबर। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों सहित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में हुआ। प्रत्येक महीने 9 और 26 तारीख के दिन आयोजित होने वाले अतिमहत्वपूर्ण योजना को शामिल किया गया है।
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने कहा कि जिलाधिकारी कुंदन कुमार के मार्गदर्शन और दिशा निर्देश में स्वास्थ्य विभाग अनवरत बेहतर प्रदर्शन करते आ रहा है। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में शहर की ख्यातिप्राप्त महिला रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा विभिन्न यूपीएचसी पर गर्भवती माताओं की जांच की सुविधा प्रदान की गई। जिसमें वजन की जांच, रक्तचाप की जांच एवं रक्त की उपलब्धता, हीमोग्लोबिन की जांच तथा परामर्श, खानपान से संबंधित सलाह एवं नियंत्रण के लिए गर्भवती माता को तथा उनके अभिभावक खासकर पति और सास को सलाह दी गई।
प्रसव पूर्व जांच के दौरान जटिल प्रसव वाली महिलाओं की ख़ोज इसका मुख्य उद्देश्य : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ चौधरी ने बताया कि इस संबंध में मातृ स्वास्थ्य के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. सरिता के द्वारा पत्र जारी कर राज्य के सभी सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। जारी पत्र में यह भी कहा गया है कि स्वास्थ्य संस्थानों पर गर्भवती माताओं की गुणवत्ता के साथ प्रसवपूर्व जांच सुनिश्चित की जाय। प्रसवपूर्व जांच के दौरान जटिल प्रसव वाली महिलाओं की ट्रैकिंग इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। ताकि मातृ मृत्यु में कमी लाई जा सके। शिविर के दौरान जटिल प्रसव वाली महिलाओं की पहचान कर इसकी सूची पोर्टल पर अपलोड करना सुनिश्चित किया गया है।
गुणवत्तापूर्ण प्रसव में पोषण की महत्वपूर्ण भूमिका: सिविल सर्जन
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ उन्हें बेहतर परामर्श देना है। बेहतर पोषण गर्भवती महिलाओं में खून की कमी होने से बचाता है। इसलिए सभी गर्भवती महिलाओं को जांच के बाद पोषण के बारे में भी जानकारी दी जाती है। इस आयोजन को लेकर आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा अपने-अपने पोषक क्षेत्रों की सभी गर्भवती माताओं की निरंतर जांच के लिए प्रत्येक माह के 9 और 26 तारीख को अस्पताल में लाना सुनिश्चित की गई है। इस दौरान गर्भवती माताओं को आयरन की गोली, कैल्सियम की गोली प्रदान की गई। इस मौके पर संबंधित एमओआईसी, बीएचएम सहित आशा कार्यकर्ता मौजूद थी।
अस्पताल में मरीज़ों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना हमलोगों की नैतिक जिम्मेदारी : एमओआईसी
माता चौक स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार झा ने बताया कि प्रसवपूर्व जांच में यदि खून सात ग्राम से कम पाया जाता है तो उस स्थिति में महिलाओं को आयरन की गोली के साथ पोषक पदार्थों के सेवन के विषय में सलाह दी जाती है। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अत्यधिक वजन या कम वजन के साथ अत्यधिक खून की कमी प्रसव संबंधित जटिलता को बढ़ा सकता है। वहीं शहर की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ आरती सिन्हा ने गर्भवती महिलाओं की जांच के दौरान बताया कि अत्यधिक रक्तस्राव के कारण गर्भवती माताओं को सबसे ज्यादा खतरा बना रहता है। स्थानीय प्रबंधन द्वारा आने वाले सभी मरीज़ों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना हमलोगों की नैतिक जिम्मेदारी होती है। जिसको लेकर सफाई से लेकर जांच या उपचार में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाती है। स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए मरीज़ों को मिलने वाली सुविधा एवं नियमानुसार प्रावधानों के तहत सेवायें दी जाती हैं