बारामुला में न्याय एवं विकास मोर्चा का कार्यकर्ता सम्मेलन सम्पन्न, पारदर्शी राजनीति और सामाजिक न्याय को लेकर संकल्पबद्ध

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चिझामा (बारामुला), 27 जुलाई 2025: न्याय एवं विकास मोर्चा (जेडीएफ) ज़िला बारामुला की ओर से रविवार को डाक बंगला, चिझामा में एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य पार्टी की जमीनी संरचना को मज़बूत करना, कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय बढ़ाना और सामाजिक व विकासात्मक मुद्दों पर गहन चर्चा करना था।
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कार्यक्रम की शुरुआत प्रतिभागियों के गर्मजोशी से स्वागत के साथ हुई। इसके पश्चात विभिन्न सत्रों में पार्टी पदाधिकारियों ने संगठन के मिशन, सामाजिक सुधारों और पंचायतों की भूमिका पर अपने विचार रखे।
मुख्य समन्वयक डॉ. तलत मजीद ने जेडीएफ के इतिहास, उद्देश्यों और लोकतांत्रिक सशक्तिकरण के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि जेडीएफ न्याय और विकास के सिद्धांतों पर चलकर जनता की सेवा के लिए कटिबद्ध है।

पार्टी के उपाध्यक्ष अब्दुल रहमान शल्ला ने अपने संबोधन में सामाजिक कुरीतियों और उनके समाधान की चर्चा करते हुए शिक्षा, जागरूकता और सामुदायिक भागीदारी को परिवर्तन का आधार बताया।
महासचिव सयार रेशी ने “समाज में पंचायतों की भूमिका” विषय पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी और स्थानीय शासन प्रणाली को लोकतंत्र की जड़ बताते हुए विकेंद्रीकरण को समस्याओं के समाधान की कुंजी बताया।
पार्टी अध्यक्ष शमीम अहमद थोकर ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के भविष्य की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने युवाओं की भागीदारी, पारदर्शिता और समान विकास पर ज़ोर देते हुए कहा कि जेडीएफ हाशिए पर खड़े हर व्यक्ति की आवाज़ बनेगा।
सम्मेलन में जेडीएफ के मुख्य संरक्षक गुलाम कादिर लोन भी उपस्थित रहे। उन्होंने पार्टी के बढ़ते जनाधार पर संतोष व्यक्त करते हुए कार्यकर्ताओं से ईमानदारी और समर्पण के साथ संगठन को जमीनी स्तर पर मज़बूत करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर युवा अध्यक्ष फारूक अहमद ने युवा प्रतिभागियों से संवाद करते हुए उन्हें हर स्तर पर संगठनात्मक समर्थन देने का आश्वासन दिया। वहीं ज़िला अध्यक्ष मंज़ूर अहमद लोन ने सम्मेलन के समन्वयन के लिए सभी कार्यकर्ताओं और भागीदारों का आभार जताया।
सम्मेलन के अंत में कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर यह संकल्प लिया कि वे एक मज़बूत, समावेशी और जन-केंद्रित राजनीतिक मंच का निर्माण करेंगे, जो जम्मू-कश्मीर के लोगों की वास्तविक आकांक्षाओं और आवश्यकताओं का प्रतिनिधित्व करे।
कार्यक्रम का समापन उम्मीद, सुधार और एकता के संदेश के साथ हुआ, जिसमें प्रत्येक पंचायत और मोहल्ले तक पहुँचने और जनसरोकारों को प्राथमिकता देने की रणनीति दोहराई गई।