“जम्मू चलो” मार्च के दौरान विधायक इफ्तिखार अहमद से बदसलूकी, पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल

सबका जम्मू कश्मीर
जम्मू, 20 जुलाई,राजौरी से विधायक इफ्तिखार अहमद के साथ “जम्मू चलो” मार्च के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा की गई कथित बदसलूकी को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर निकाले गए इस शांतिपूर्ण मार्च में एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा व्यवहार लोकतंत्र की मूल आत्मा पर सीधा हमला माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, मार्च के दौरान विधायक इफ्तिखार अहमद को पुलिस ने न केवल रोका, बल्कि उनके साथ धक्का-मुक्की और अभद्रता भी की, जिससे मौके पर तनावपूर्ण स्थिति बन गई। घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें पुलिस की सख्ती स्पष्ट देखी जा सकती है।
राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन और जनप्रतिनिधियों के सम्मान की रक्षा लोकतंत्र की बुनियादी ज़िम्मेदारी है। नेताओं ने मांग की है कि सरकार इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराए, दोषियों को सख्त सज़ा दी जाए और जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित की जाए।
जनमानस में इस घटना को लेकर गहरा रोष व्याप्त है और लोगों ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ करार दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर मामले पर क्या कदम उठाता है।