उ.प्रगाजीपुर

गौशाला बना मौत का अड्डा, भूख-प्यास से तड़प कर दम तोड़ रहीं गायें !

अवनीश सिंह
गाजीपुर/उत्तर प्रदेश

गाजीपुर: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर ज़िले के विरनों ब्लॉक स्थित बद्धोपुर गांव की गौशाला इन दिनों मौत पर्याय बन चुकी है। गौशाला में भूख-प्यास से दम तोड़ती गायों की दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। बेजुबान गायें चारे और पानी के अभाव में एक-एक कर मर रही हैं, और प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। गायों की दुर्दशा और अव्यवस्था की तस्वीरें । गौशाला के अंदर गंदगी, कीचड़ और बदइंतजामी का आलम इतना भयावह है कि कई मरणासन्न गायें कीचड़ में पड़ी तड़पती नजर आईं। न चारा है, न पानी, और न ही कोई देखरेख । हालात देखकर स्पष्ट है कि यहां प्रशासनिक निगरानी पूरी तरह गायब है। गौशाला में 3 गाय मर चूकी है जिसे कौआ व कुत्ता नोच कर खा रहा। गायों की मौत पर सवाल के घेरे में प्रशासन।
हिंदू संगठन ने इस मामले में गंभीर लापरवाही और पशु क्रूरता का आरोप लगाते हुए तत्काल जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है । गौशालाएं जहां गौ सेवा का प्रतीक होती हैं, वहीं ऐसी घटनाएं उन सभी दावों को झूठा और दिखावटी बना देती हैं, जो गायों की रक्षा को लेकर समय-समय पर किए जाते हैं । ऐसे में क्या सरकार इस पर कोई सख्त कदम उठाएगी? क्या दोषियों को सजा मिलेगी ? या फिर ये बेजुबान यूं ही दम तोड़ते रहेंगे? और जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारीयां दूसरों पर थोप सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में पलीता लगाते रहेगें।
उप जिला अधिकारी सदर से बात करने पर इस बाबत बताया गया कि आज हम तो महाहर धाम के कार्यक्रम में व्यस्त हैं खंड विकास अधिकारी बिरनो को हम भेज रहे हैं।किंतु बहुत इंतजार के बाद भी खंड विकास अधिकारी बिरनो नहीं पहुंचे।तब उनसे इस बाबत संपर्क किया गया उन्होंने बताया कि चुकी वहां का प्रधान अभी जेल में है।गौशाला के क्रियान्वयन के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है जबकि तीनों सदस्यों में आपसी तालमेल नहीं है आपस में ही खींचातानी चल रही है हम लोग किसी तरह से गौशाला को चला रहे हैं।इस बाबत सचिव बध्दूपुर ने कहा अभी तो हमें यहां नया चार्ज मिला है हम बहुत कुछ नहीं जानते।

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