डोगरी शोध विद्वानों और छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की।
जम्मू, 12 अगस्त, 2024 डोगरी भाषा के शोध विद्वानों और छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधान मंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय में राज्य मंत्री, परमाणु ऊर्जा विभाग में राज्य मंत्री और अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से चिनैनी (उधमपुर) में जनता दरबार में मुलाकात की और अपनी मांगों का एक ज्ञापन सौंपा।
डोगरी भाषा के शोध विद्वानों और छात्रों ने जम्मू व कश्मीर में डोगरी के साथ किए जा रहे उपेक्षित व्यवहार पर अपनी चिंता और गुस्सा व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनकी लंबे समय से चली आ रही मांगों में जम्मू प्रांत के प्रत्येक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में डोगरी व्याख्याताओं की नियुक्ति, जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी में दशकों से खाली पड़े डोगरी पदों को भरना, जम्मू संभाग के सभी स्कूलों में डोगरी शिक्षकों की नियुक्ति, जम्मू-कश्मीर सरकार के सभी विभागों में अनुवाद प्रकोष्ठ स्थापित करना और वहां डोगरी विशेषज्ञों की नियुक्ति, डोगरी भाषा और साहित्य के विकास के लिए अलग डोगरी अकादमी की स्थापना, जम्मू विश्वविद्यालय में डोगरी उत्कृष्टता प्रकोष्ठ की स्थापना और जम्मू-कश्मीर राज्य के प्रत्येक विश्वविद्यालय के साथ-साथ केंद्रीय विश्वविद्यालयों में डोगरी विभाग स्थापित करना शामिल हैं। डॉ. जितेंद्र सिंह ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को बहुत ध्यान से सुना और हर मांग को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में डॉ. विजय कुमारी, डॉ. प्रवेश कुमारी, डॉ. रीता देवी, श्री मक्खन कुमार आदि शामिल थे।