गुरु श्री तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत वर्षगाँठ मनाई जाएगी
सबका जम्मू कश्मीर
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री प्रीति सप्रू और “डोगरा समाज ट्रस्ट” मुंबई की । अध्यक्ष निधि डोगरा शर्मा ने नमीं डोगरी संस्कृति मंच से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें 25 नवंबर 2014 से शुरू हो रहे श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं “शहीदी वर्ष” पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों और कार्यक्रमों की जानकारी दी गई।
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता माता-पिता डी.के. सप्रू और हेमावती की बेटी और फिल्म अभिनेता जीवन की भतीजी प्रीति सप्रू ने कहा कि जम्मू और कश्मीर के लोग, खासकर कश्मीरी पंडित समुदाय, अपने समुदाय के लिए दिए गए सर्वोच्च बलिदान के लिए गुरु श्री तेग बहादुर जी के हमेशा ऋणी रहेंगे। उन्होंने संकेत दिया कि एकता और भाईचारे की हमारी सदियों पुरानी परंपराओं के अनुरूप सभी धर्मों की एकता का प्रचार करने के लिए श्रीनगर में गुरु जी का गुरुद्वारा स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू और श्रीनगर में प्रकाश और ध्वनि कार्यक्रम, सेमिनार और श्रीनगर से जम्मू और पंजाब होते हुए दिल्ली तक एक यात्रा गुरुद्वारा ‘शीह गंज’ साहिब दिल्ली तक की जाएगी, जो गुरु जी की शहीदी स्थल है। उन्होंने गर्व से कहा कि उनका मूल जम्मू और कश्मीर से है और वे हमारी पुरानी परंपराओं के अनुरूप इस समारोह में कश्मीरियों, डोगराओं और पंजाबियों को एकजुट करना चाहती हैं। निधि डोगरा शर्मा जिन्होंने महाराष्ट्र और विशेष रूप से मुंबई में रहने वाले लगभग दस हजार डोगरा परिवारों को “डोगरा समाज ट्रस्ट मुंबई” के मंच पर इसके अध्यक्ष के रूप में एकजुट किया है और जो एनडीएस की आजीवन सदस्य भी हैं, ने कहा कि डोगराओं को हमेशा हमारे महान सिख गुरुओं का संरक्षण और आशीर्वाद प्राप्त हुआ है और उन्होंने सभी डोगराओं से अपने पूरे दिल से सहयोग और समर्थन के साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने आगे कहा कि विस्तृत कार्यक्रम जल्द ही अधिसूचित किया जाएगा। प्रारंभ में एनडीएस ने दोनों गौरवान्वित बेटियों को संस्था के स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया अतिथिगण एवं प्रतिभागी।
कैप्टन ललित शर्मा आईएफएस संयोजक एनडीएस ने संस्था की ओर से आयोजित इस गौरवपूर्ण एवं पवित्र कार्यक्रम के लिए अपना पूरा सहयोग एवं सहायता प्रदान की।
प्रो. अनुपमा शर्मा संरक्षक एनडीएस, सीमा मूर्ति एवं एडवोकेट डोगरा हरीश कैला अध्यक्ष एनडीएस ने भी मंच साझा किया।
प्रसिद्ध डोगरी कवि नरेन्द्र चिब आजीवन सदस्य एवं लेखक, शंभू नाथ प्यासा एवं सुरेश पुंची भी आजीवन सदस्य के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित थे।