अनुज श्रीवास्तव/रंजीत सिन्हा
बिहार/बिहटा। आईआईटी पटना में आज चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन “थर्मल स्प्रे में उन्नतियां (ICOAT-2024)” का शुभारंभ हुआ।जिसका प्रमुख उद्देश्य भारत में परत प्रौद्योगिकियों में नवाचार को बढ़ावा देना और शोध में अग्रसरता लाना है। आज के कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो.टी.एन. सिंह,निदेशक आईआईटी पटना; डॉ. रमानुज नारायण, सीएसआईआर -आईएमएमटी, भुवनेश्वर के निदेशक; डॉ. गौतम सुत्रधार, निदेशक, एनआईटी जमशेदपुर; डॉ. नरेश चंद्र मुर्मू, निदेशक , सीएसआईआर- सीएमईआरआई, दुर्गापुर और डॉ.अनुप कुमार केशरी,केंद्रीय समन्वयक,सी ओ ई,आईआईटी पटना ने किया।
उद्घाटन समारोह पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन और मेहमानों के पुष्प गुच्छ के स्वागत से हुआ । आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. टी. एन. सिंह ने नए स्थापित किए गए सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस की विशेषताओं के बारे में बताया, जो कटिंग-एज कोटिंग प्रौद्योगिकियों में अग्रसरता को बढ़ाने में मदद करेगा। आगे उन्होनें कहा कि यह पहल हमारी प्रतिबद्धता को प्रकट करती है कि हम उद्योगों जैसे विनिर्माण, एयरोस्पेस और ऑटोमोटिव में क्रांतिकारी समाधान विकसित कर रहे हैं।
सी.ओ.ई. आईआईटी पटना के कंवीनर डॉ. अनुप कुमार केशरी ने इस संयुक्त प्रयास के लिए उत्साह व्यक्त किया, जिसका उद्देश्य वस्त्रण और जंग के महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करना है। यह एक्सीलेंस केंद्र ज्ञान विनिमय और नवाचार के लिए एक गतिशील केंद्र के रूप में कार्य करेगा। हम शीर्ष विशेषज्ञों को एकत्र करके और रणनीतिक साझेदारियों का सहारा लेकर भारत की वैश्विक बाजार में स्थिरता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आगे बढ़ रहे हैं।
आईआईटी पटना में वस्त्रण और जंग प्रतिरोध वर्णन केंद्र (CoE) को विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (डीएसटी), एप्लाइड मैटेरियल्स प्राइवेट लिमिटेड, टाटा स्टील लिमिटेड और एसोसिएटेड प्लास्मेट्रॉन प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से स्थापित हुआ है। यह साझेदारी आईआईटी पटना में कोटिंग प्रौद्योगिकियों में शोध और नवाचार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण हैं।
ICOAT-2024 सम्मेलन देश के प्रमुख संस्थाओं के शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और उद्योग विशेषज्ञों को एक मंच प्रदान कर रहा है ताकि थर्मल स्प्रे प्रौद्योगिकियों में नवीनतम उन्नतियों और प्रवृत्तियों का पता लगाया जा सके। इस कॉन्फ्रेस में देश के प्रतिष्ठित आईआईटी, एनआईटी और श्रेष्ठ शैक्षिक संस्थानों के साथ-साथ उद्योग प्रतिनिधियों ने सक्रियता के साथ भाग लिया है।
इस चार दिवसीय सम्मेलन में प्राधान्य व्याख्यान,मुख्य व्याख्यान,आमंत्रित व्याख्यान, मौखिक प्रस्तुतियाँ,पोस्टर प्रस्तुतियाँ और हैंड्स-ऑन थर्मल स्प्रे जैसे कार्यक्रम निर्धारित हैं।